गोरखपुर में गोवर्धन पूजा कर बोले CM योगी, 'गोवंश देश की समृद्धि का आधार'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में गोवर्धन पूजा की और गोवंश को भारत की समृद्धि का आधार बताया। उन्होंने गो-संरक्षण के लिए सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया और लोगों से जुड़ने की अपील की। योगी ने गोवर्धन योजना को किसानों के लिए समृद्धि का मार्ग बताया, जिससे गोबर से बायोगैस और इथेनॉल बन रहा है। उन्होंने गोवर्धन पूजा को कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक बताया।

गोरखनाथ मंदिर में गौ पूजन करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ । सौ गोरखनाथ मंदिर
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीपावली के पंच दिवसीय महापर्व की श्रृंखला के महत्वपूर्ण पर्व गोवर्धन पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में विधि-विधान से गोवर्धन पूजा की।
गोपूजन के बाद मुख्यमंत्री ने गोसेवा की और प्रदेशवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गोवंश भारत की समृद्धि का आधार रहा है। सरकार गो-संरक्षण और संवर्धन के लिए कई योजनाओं के जरिये सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने इन योजनाओं से जुड़ने की अपील की।
दीपावली के दिन से ही गोरखपुर प्रवास कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गो-पूजन का अनुष्ठान किया। गायों और गोवंश को माला पहनाई, तिलक लगाया और गोमाता का आशीर्वाद लेकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
गो पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने गायों और गोवंश को अपने हाथों से गुड़ और केला खिलाया। इस दौरान वह गायों और गोवंश को उनका नाम लेकर पुकारते रहे और उनके पास जाकर उन्हें खूब दुलार भी किया।
गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए चल रहे विविध कार्यक्रम : मुख्यमंत्री
गोवर्धन पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रदेश सरकार गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए विविध कार्यक्रम संचालित कर रही है। प्रदेश में सिर्फ गोपूजन ही नहीं हो रहा है बल्कि गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए योजनाएं भी चलाई जा रही हैं।
योगी ने बताया कि प्रदेश में 16 लाख गोवंश ऐसे हैं, जिनका भरण-पोषण प्रदेश सरकार अनुदानित कर रही है। गोवंश के लिए प्रदेश में तीन प्रकार की विशेष योजनाएं चलाई जा हैं। एक योजना निराश्रित गोवंश स्थल की है, जिसमें हर गोवंश के लिए सरकार के स्तर पर प्रतिमाह 1500 रुपये उपलब्ध कराए जाते हैं। ऐसे ही सहभागिता योजना है।
इसमें कोई भी अन्नदाता किसान गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ जुड़ता है तो उसे चार निराश्रित गोवंश की देखभाल के लिए प्रति गोवंश 1500 रुपये की दर से 6000 रुपये तक दिए जाते हैं। तीसरी योजना कुपोषित परिवारों के लिए है। जिन परिवारों में कुपोषित माताएं या बच्चे हैं, उन्हें निराश्रित गोआश्रय स्थल से दूध देने वाली गाय दी जाती है।
ताकि वह सेवा करें और गाय का दूध भी लें। साथ ही उन्हें 1500 रुपये प्रति महीना गाय की देखभाल के लिए दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसन्नता है कि बड़ी संख्या में लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है और कुपोषण से सुपोषण की ओर बढ़े हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में संचालित गोवर्धन योजना से अन्नदाता किसान समृद्धि की ओर बढ़े हैं। प्रदेश में कंप्रेस्ड बायोगैस और इथेनाल बनाने से अन्नदाता किसानों को गोबर का भी दाम प्राप्त हो रहा है। साथ ही ग्रीन ईंधन के माध्यम से प्रदेश के अंदर नेट जीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने और पेट्रोल-डीजल में खर्च को बचाने में भी मदद मिल रही है।
गोवर्धन पूजा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक
योगी ने कहा कि गोवर्धन पूजा भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था का प्रतीक है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गोवंश का महत्व क्या है, गोवर्धन पूजा जैसे आयोजन इसे बताते हैं। दीपावली जैसे महापर्व के साथ इस आयोजन को जोड़कर इसकी महत्ता को और भी प्रभावी बनाया गया है।
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