पशु तस्कर जवाहिर यादव के सहयोगी सतीश ने कोर्ट में किया सरेंडर, महुआचाफी कांड में सामने आया था दोनों का नाम
गोरखपुर में पशु तस्करी करने वाले जवाहिर यादव गैंग के सदस्य सतीश यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने इस गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। छापेमारी के दौरान कई वाहन और तस्करी से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए हैं। एसपी सिटी ने बताया कि गिरोह के आर्थिक स्रोतों की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सतीश का भाई और जीजा भी गैंग में सक्रिय,सभी पर पुलिस की निगरानी। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पशु तस्करी में सक्रिय कुख्यात जवाहिर यादव गैंग के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई जारी है। इसी दबाव में शनिवार को गिरोह के अहम सदस्य सतीश यादव ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। गुलरिहा और आसपास के ग्रामीण इलाकों में वर्षों से सक्रिय इस नेटवर्क के नौ सदस्य गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।
कुशीनगर जिले का रहने वाला जवाहिर यादव इस गिरोह का सरगना है।उसके साथ कमलेश यादव, शिवम यादव, राजवीर यादव उर्फ मटेलू, रामभजन यादव, रामू यादव (बिहार), सतीश यादव,उसके भाई सुनील व जीजा राम मिलन और विशाल निषाद तक, कुल नौ सदस्य गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं।
छापेमारी के दौरान कई जगह से वाहन, मोबाइल लोकेशन, खरीद–फरोख्त से जुड़े दस्तावेज और पशु तस्करी से संबंधित सामग्री भी बरामद की गई है।सतीश यादव गुलरिहा के हरसेवकपुर नंबर एक का निवासी है, पुलिस दबिश से बच रहा था। उसके विरुद्ध खोराबार थाने में गोवध और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत था। गुलरिहा पुलिस को भी उसकी तलाश थी।
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एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि गिरोह के आर्थिक स्त्रोत, नेटवर्क और अन्य संभावित सहयोगियों की पहचान की जा रही है। जिन लोगों ने पशु तस्करी में इनकी मदद की या लाभ कमाया, उन पर भी कार्रवाई होगी। इस गैंग को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान जारी रहेगा।

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