बदल रहा रेलवे: आनंदनगर-घुघली ट्रैक का निर्माण शुरू, 53 गांवों से गुजरेगी 52.7 किमी लंबी रेल लाइन
गोरखपुर के पास आनंदनगर-घुघली नई रेल लाइन का निर्माण शुरू हो गया है। 52 किमी लंबी यह लाइन 53 गांवों से गुजरेगी। पहले चरण में घुघली से महराजगंज तक काम होगा। इस परियोजना से महराजगंज रेलवे नेटवर्क से जुड़ेगा और गोरखपुर जंक्शन पर दबाव कम होगा। 2027 तक विद्युतीकृत लाइन को पूरा करने का लक्ष्य है।

पहले चरण में महराजगंज से घुघली तक बिछेगी लाइन
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। आनंदनगर-घुघली नई रेल लाइन का निर्माण आरंभ हो गया है। भूमि अधिग्रहण के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने मृदा परीक्षण शुरू करा दिया है। फुलवरिया समेत कई गांवों में मृदा परीक्षण का कार्य चल रहा है। प्रमुख बड़े पुल भी बनने लगे हैं। महत्वपूर्ण 50 नंबर समेत पुलों का फाउंडेशन बनने लगा है।
महराजगंज होते हुए आनंदनगर से घुघली के बीच लगभग 52 किमी लंबी नई रेल लाइन 53 गांवों से होकर गुजरेगी। प्रथम चरण में घुघली से महराजगंज तक 25 किमी रेल लाइन बिछाई जाएगी। दूसरे चरण में महराजगंज से आनंदनगर तक 27 किमी रेल लाइन बिछाई जाएगी। रेल लाइन बिछाने के लिए 240 किमी भूमि का अधिग्रहण लगभग पूरा कर लिया गया है।
183 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण जुलाई में ही पूरा कर लिया गया था। रेलवे बोर्ड ने मार्च 2019 में नई रेल लाइन को मंजूरी दी थी। निर्माण के लिए 958.27 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है। विद्युतीकृत लाइन को वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है।
रेलवे बोर्ड के स्पेशल प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद आनंदनगर-घुघली रेल लाइन के निर्माण कार्य में तेजी आई है। नई रेल लाइन बिछ जाने से गोरखपुर रूट के सापेक्ष गोंडा से आनंदनगर और महराजगंज होते हुए घुघली तक करीब 42 किमी की दूरी कम हो जाएगी।
महराजगंज जनपद भी रेलवे के नेटवर्क से जुड़ जाएगा। जिला मुख्यालय तक छुक-छुक की आवाज पहुंच जाएगी। लोग अपने गांव के पास से ही ट्रेन पकड़ सकेंगे। हिमालय के तराई क्षेत्र में स्थित जनपद मुख्यालय महराजगंज का विकास होगा। मालगाड़ियां, गोंडा से सीधे आनंदनगर-घुघली होते हुए नरकटियागंज- मुजफ्फरपुर रेलमार्ग पर चलने लगेंगी।
यह भी पढ़ें- Pooja Special Train: कल से गोरखपुर के रास्ते लगातार तीन दिन दिल्ली जाएगी पूजा स्पेशल, यहां देखें पूरा शेड्यूल
उत्तर भारत से आने वाली ट्रेनों को वाल्मीकिनगर एवं रक्सौल होते हुए पूर्वोत्तर भारत के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। पूर्वोत्तर रेलवे को भी एक नया बाईपास रेलमार्ग मिल जाएगा। उत्तर प्रदेश और बिहार के अलावा नेपाल के लोगों का आवागमन भी सुगम होगा। गोरखपुर जंक्शन का लोड कम होगा। ट्रैक क्षमता बढ़ जाएगी। इस रूट पर भी मांग के आधार पर ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।
25 बड़े व आठ पुल के साथ बनेंगे सात स्टेशन
आनंदनगर-महराजगंज-घुघली नई रेल लाइन पर एक महत्वपूर्ण पुल समेत 25 बड़े एवं आठ छोटे पुल बनाए जाएंगे। एक रोड ओवर ब्रिज के अलावा 32 अंडरपास भी बनाए जाएंगे। आनंदनगर से घुघली तक कुल सात रेलवे स्टेशन होंगे, जिसमें आनंद नगर, परीसा बुजुर्ग, पकड़ी नौनिया, महाराजगंज, शिकारपुर, पिपरा मुंडेरी एवं घुघली स्टेशन शामिल हैं।
आनंदनगर से महराजगंज होते हुए घुघली नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण में महराजगंज से घुघली के बीच निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस नई रेल लाइन से स्थानीय विकास के साथ महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल कनेक्टिविटी मिलेगी, इसके अतिरिक्त देश के उत्तरी क्षेत्र को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने के लिए एक वैकल्पिक रेल मार्ग मिल जाएगा।
- पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।