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    Ambuj Murder Case: इकलौते बेटे का शव देख टूटा परिवार, पिता ने कांपते हाथों से दी मुखाग्नि

    By Satish PandeyEdited By: Vivek Shukla
    Updated: Wed, 03 Dec 2025 08:38 AM (IST)

    अंबुज की हत्या से परिवार में कोहराम मच गया। इकलौते बेटे का शव देखकर माता-पिता बेसुध हो गए। पिता ने कांपते हाथों से मुखाग्नि दी। पूरे गाँव में शोक की ल ...और पढ़ें

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    सूरजकुंड कॉलोनी निवासी अंबुज मणि उर्फ रिशु का शव घर पहुंचते ही लगी भीड़। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सूर्यविहार कालोनी में मंगलवार को उस समय मातम फैल गया जब लापता अंबुज मणि उर्फ रिशु का शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा। इकलौते बेटे पर घर की उम्मीदें टिकी थीं। पढ़ाई-लिखाई भले बीच में छूट गई थी, पर परिजन मानते थे कि समय के साथ वह घर संभाल लेगा, पिता का हाथ बंटाएगा। लेकिन मंगलवार को उसी बेटे की अर्थी को पिता संतोष मणि त्रिपाठी ने कांपते हाथों से कंधा दिया और राजघाट पर मुखाग्नि दी। यह दृश्य देखकर आसपास के लोग भी रो पड़े।

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    सोमवार की देर रात परिवार को सूचना मिली कि महराजगंज के भिटौली क्षेत्र में एक युवक का धड़ मिला है। पुलिस ने अंबुज के मोबाइल लोकेशन और रात में उसके गायब होने की कड़ी जोड़कर परिवार से संपर्क किया। यह खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया।रातभर परिजन तिवारीपुर थाने से लेकर महाराजगंज सीमा तक भटकते रहे। सभी की आंखों में एक ही उम्मीद थी कहीं यह हमारा रिशु न हो।

    परिवार मंगलवार दोपहर मोर्चरी में पहुंचा जहां कर्मचारी ने धड़ से ढकी चादर हटाई तो पैरों तले ज़मीन खिसक गई। पिता बिख पड़े। पोस्टमार्टम के बाद शाम को जैसे ही एंबुलेंस मोहल्ले में दाखिल हुई,आसपास के लोग घरों से निकल आए। मोहल्ले में सन्नाटा छा गया।

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    चारों तरफ मातम की चीखें फैल गईं। अंतिम यात्रा के दौरान हर कदम भारी था। पिता संतोष मणि त्रिपाठी बार-बार लड़खड़ा रहे थे, पर फिर भी उन्होंने बेटे की अर्थी को कंधा दिया। आंखों से बहते आंसुओं ने मानो सारी दुनिया का दुख अपने भीतर समेट लिया था।आसपास खड़े युवकों, पड़ोसियों और रिश्तेदारों की आंखें भी भर आईं।