गोरखपुर AIIMS में अभी नहीं आए विशेषज्ञ डॉक्टर, 88 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू
गोरखपुर एम्स को चयनित विशेषज्ञ डॉक्टरों का इंतजार है जिनके नवंबर में कार्यभार संभालने की उम्मीद है। सुपरस्पेशियलिस्ट डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। अगस्त में हुए साक्षात्कार के बाद हृदय न्यूरो और कैंसर जैसे विभागों के लिए विशेषज्ञों का चयन हुआ है। एम्स ने प्रोफेसर समेत 88 पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एम्स में सितंबर में चयनित विशेषज्ञ डाक्टरों में से अब तक किसी ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। एम्स प्रशासन सभी डाक्टरों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इनको पत्र भी भेजा गया है। पता चला है कि जिन संस्थानों में यह डाक्टर काम कर रहे हैं, वहां नोटिस दिया है।
नोटिस पीरियड खत्म होने के बाद नवंबर में इनके आने की उम्मीद है। ज्यादातर विभागों में सुपरस्पेशियलिस्ट डाॅक्टर के न रहने से रोगियों को उत्कृष्ट उपचार के लिए लखनऊ या दिल्ली का रुख करना पड़ रहा है। चयनित डाॅक्टरों में से सिर्फ मेडिसिन विभाग में डाॅ. प्रियंका बाधवानी ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यभार ग्रहण किया है। वह भी पहले से सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थीं।
एम्स में अगस्त में हुए साक्षात्कार का परिणाम 10 सितंबर को जारी किया गया था। इसमें हार्ट, न्यूरो, बच्चों, पेट और कैंसर के सर्जन मिले हैं। न्यूरो सर्जन तीन मिले तो हार्ट के दो सर्जन मिले। पहली बार मधुमेह व हार्मोनल समस्याओं के निदान के लिए इंडोक्रायनोलाजिस्ट मिले हैं। चयन के साथ ही इन डाक्टरों को जल्द से जल्द कार्यभार ग्रहण करने के लिए पत्र भी लिख दिया गया था।
इनका हुआ है चयन
हृदय के सर्जन डा. संकल्प, डा. सुदेश कुमार, इंडोक्रायनोलाजिस्ट डा. देबादित्य दास (प्रतीक्षा सूची में डा. नीलम यादव), न्यूरोलाजी में डा. रंजन कुमार, न्यूरो सर्जरी में डा. नीरज कनौजिया, डा. सार्थक मेहता व डा. देवेंद्र कुमार का चयन किया गया है। प्रतीक्षा सूची में डा. इला कात्यायन, डा. शुक्ला अभिषेक संकठाप्रसाद, डा. प्रदीप कुमार व डा. ओमपाल सिंह शामिल हैं। पीडियाट्रिक सर्जरी डा. श्रेयस के (प्रतीक्षा सूची में डा. सुकृत कुमार शाह), रेडियोलाजी में डा. संतोष बाबू केबी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलाजी में डा. भानु प्रताप सिंह, सर्जिकल आंकोलाजी में डा. भवानी पाठक का चयन हुआ है।
यूरोलाजी के डाॅक्टर नहीं मिल सके
एम्स में अभी यूरोलाजी और नेफ्रोलाजी के डाॅक्टर नहीं मिल सके हैं। इस कारण मूत्र व किडनी रोगियों को मेडिसिन के डाॅक्टरों के भरोसे रहना पड़ता है। विशेषज्ञ न होने से उन्हें निजी अस्पतालों या लखनऊ, दिल्ली जाना पड़ता है।
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प्रोफेसर के 21 पदों समेत 88 पर शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया
एम्स प्रशासन ने प्रोफेसर 21 समेत 88 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इनमें 15 एडिशल प्रोफेसर, 28 एसोसिएट प्रोफेसर और 24 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। इन पदों को स्थायी, प्रतिनियुक्ति या संविदा के आधार पर भरा जाएगा। इनमें हृदय, गैस्ट्रो, आंकोलाजी, नेफ्रोलाजी, न्यूरोलाजी, न्यूरो सर्जरी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटेरोलाजी, यूरोलाजी आदि सुपरस्पेशियलिटी विभाग में भी भर्ती के लिए आवेदन दिए गए हैं। एम्स में सुपरस्पेशियलिटी विभाग में अभी दो हृदय रोग विशेषज्ञ, एक गैस्ट्रो, एक न्यूरोलाजिस्ट और एक पेन मेडिसिन के डाक्टर ही हैं।
जिन सुपरस्पेशियलिस्ट डाक्टरों का चयन हुआ है उन्होंने अपने संस्थानों में नोटिस दे दिया है। नवंबर में इनके आने की उम्मीद है। डाक्टरों के 88 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई है।
-मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डा. विभा दत्ता, कार्यकारी निदेशक, एम्स
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