गोरखपुर-नौतनवा इंटरसिटी से 30 भेड़ कटी, लोहरपुरवा रेलवे हॉल्ट स्टेशन के पास हुई घटना
नौतनवा जा रही 15105 नंबर की इंटरसिटी एक्सप्रेस से बुधवार को सुबह 11:30 बजे के आसपास लोहरपुरवा रेलवे हाल्ट स्टेशन के पास 30 भेड़ कट गईं। दुर्घटना के बा ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नौतनवा जा रही 15105 नंबर की इंटरसिटी एक्सप्रेस से बुधवार को सुबह 11:30 बजे के आसपास लोहरपुरवा रेलवे हाल्ट स्टेशन के पास 30 भेड़ कट गईं। दुर्घटना के बाद ट्रेन 15 मिनट तक खड़ी रही। कंट्रोल रूम को सूचना देने के बाद लोको पायलटों और गार्ड (ट्रेन मैनेजर) ने ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। मौके पर पहुंचे रेलवे के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने भेड़ों को दफना दिया।
सुबह से ही बड़ी संख्या में भेड़े रेल लाइन के किनारे घास चर रही थीं। कुछ भेड़ें रेल लाइन पर आ गई थीं। इसी दौरान नौतनवा जा रही ट्रेन की चपेट में आ गईं। भेड़ों के कटने के बाद यात्रियों में भी अफरातफरी मच गई। कुछ यात्री ट्रेन से उतर गए। लोको पायलटों ने पटरियों पर पड़ी भेड़ों को किनारे किया। जानकारों के अनुसार कोहरा में दृश्यता कम होने के चलते कैटल रन ओवर (सीआरओ) की घटनाएं बढ़ गई हैं।
खेत खाली नहीं होने के चलते अधिकतर पशु रेल लाइनों के किनारे ही घास चर रहे हैं। उनके स्वामी भी पशुओं की सुध नहीं ले रहे। पिछले सप्ताह 24 दिसंबर की रात को भी नौतनवा से गोरखपुर आ रही 55072 नंबर की पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से एक नीलगाय सहित 10 गोवंशीय पुश मर गए थे। तीन पशु घायल हो गए थी। हादसा आनंदनगर-नौतनवा रेल रूट पर लोक विद्यापीठ नगर हाल्ट के निकट बरगदवा रामसहाय गांव में हुआ था।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार कैटल रनओवर की घटनाओं पर रोकथाम लगाने के लिए, रेलवे द्वारा ट्रैक के किनारे रेल फेंसिंग लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है। लखनऊ से छपरा मुख्य रेल मार्ग पर स्टील सेफ्टी फेंसिंग लगाए जाने का कार्य प्रगति पर है। इसके लग जाने के बाद कैटल रनओवर की घटनाओं में कमी आएगी।

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