Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में 39 करोड़ से बनेगा 1500 सीटों वाला अत्याधुनिक प्रेक्षागृह, CM योगी ने मांगा था प्रस्‍ताव

    Gorakhpur University News गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के पास जल्द ही 1500 सीटों वाला अत्याधुनिक प्रेक्षागृह बनेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर यह परियोजना शुरू हुई है। इसमें दो कान्फ्रेंस हॉल और एक प्रदर्शनी वीथिका भी होगी। अनुमानित लागत 39.25 करोड़ रुपये है और यह हेलीपैड के पास बनेगा। सौर ऊर्जा प्रणाली का उपयोग करके संचालन लागत कम रखी जाएगी।

    By Rakesh Rai Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 08 Nov 2024 09:31 AM (IST)
    Hero Image
    ऐसा होगा गोरखपुर विश्वविद्यालय नया प्रेक्षागृह : गोवि

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के पास बहुत जल्द एक और प्रेक्षागृह होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर 1500 सीटोंं वाले अत्याधुनिक प्रेक्षागृह के निर्माण की कार्ययोजना विश्वविद्यालय प्रशासन ने बना ली है।

    इस योजना में प्रेक्षागृह भवन के दायरे में दो कान्फ्रेंस हाल व एक प्रदर्शनी वीथिका को भी शामिल किया गया है। मार्गदर्शन के साथ मुख्यमंत्री ने कार्ययोजना को स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। प्रेक्षागृह के निर्माण के प्रस्ताव के अनुसार इसकी अनुमानित लागत 39.25 करोड़ रुपये रखी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विश्वविद्यालय ने इसके निर्माण के लिए स्थान का चयन भी कर लिया है। यह भवन परिसर में हेलीपैड वाले स्थान पर बनाया जाएगा। इसके निर्माण के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने करीब 2600 वर्गमीटर का क्षेत्र चिन्हित किया है। दो कान्फ्रेंस हाल 960 वर्गमीटर में बनाए जाएंगे।

    इसे भी पढ़ें-दिल्ली जाना है तो इंतजार कीजिए, गोरखधाम में नो रूम, वैशाली फुल

    इसके निर्माण में यह ध्यान रखा जाएगा कि इसमें शैक्षणिक संगोष्ठियों, कार्यशालाओं व छोटे सम्मेलनों के आयोजन आसानी से हो सकें। इसके संचालन में सौर ऊर्जा प्रणाली का उपयोग किया जाएगा, जो संचालन लागत को कम करने के साथ-साथ परिसर के कार्बन फुटप्रिंट को भी घटाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन का विश्वास है कि आधारिक संरचना की यह योजना परिसर के शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों को समृद्ध करने में सहायक होगी।

    सीएम योगी आदित्‍यनाथ। जागरण


    मुख्यमंत्री ने स्वयं मांगा था प्रस्ताव

    अत्याधुनिक प्रेक्षागृह का प्रस्ताव विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कुलपति से मांगा था। विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था। इसी क्रम में यह योजना धरातल पर आती दिखाई देने लगी है।

    दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि यह प्रेक्षागृह सहयोग, सृजनात्मकता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इसका भवन बौद्धिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक समृद्ध केंद्र के रूप में कार्य करेंगा। इसका सीधा लाभ विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को मिलेगा। समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ कराये जाने का लक्ष्य है।

    एमएमयूटी- जागरण


    आनलाइन दूरस्थ शिक्षा के लिए तैयार हुए एमएमयूटी व गोवि

    दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने के लिए खुद को तैयार कर लिया है। अगले सत्र से इसे लेकर स्थापित केंद्र को संचालित करने की योजना भी बना ली है। इसके लिए पाठ्यक्रम की तैयारी भी कर ली गई है।

    गोरखपुर विश्वविद्यालय में सेंटर फार आनलाइन डिस्टेंस एजुकेशन के निदेशक प्रो. गौर हरि बेहरा के मुताबिक पहले वर्ष एमबीए और एमएससी मैथ पाठ्यक्रम का संचालन होगा। उसका कंटेंट तैयार कर लिया गया है। लेक्चर वीडियो पर काम चल रहा है।

    गोरखपुर विश्‍ववि‍द्यालय। जागरण


    इसे भी पढ़ें-आगरा में रात का तापमान बढ़ा, दिन में आई गिरावट; बलरामपुर में चलेगी तेज हवा

    वीडियो तैयार होने के बाद पाठ्यक्रम की मंजूरी के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग में आवेदन किया जाएगा। दूसरे सत्र से एमकाम, एमए हिन्दी, समाजशास्त्र और अंग्रेजी जैसे विषय भी शुरू किए जाने की योजना है। एमएमयूटी में दूरस्थ शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रो. विट्ठल एल गोले ने बताया कि पहले वर्ष बीबीए और एमबीए कोर्स का संचालन होना है। कोर्स तैयार कर लिया गया है।

    दूरस्थ शिक्षा के लिए लर्निंग सपोर्ट सेंटर परिसर में बनाया जाएगा। दूसरे सत्र से कुछ अन्य पाठ्यक्रम भी केंद्र से जोड़े जाएंगे। दोनों विश्वविद्यालयों में दूरस्थ शिक्षा केंद्र का संचालन शुरू हो जाने के बाद कामकाजी लोगों को अपनी अध्ययन प्रक्रिया बढ़ाने के लिए अधिक विकल्प मिलेगा।