मौसम में बदलाव से तेजी से बढ़ रहे वायरल बुखार के मरीज, डॉक्टर ने बताए बचाव के उपाय
गोंडा जिले में मौसम में बदलाव के कारण स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में मरीजों की संख्या बढ़ी है जिनमें गले में इंफेक्शन सर्दी खांसी बुखार और डेंगू के मरीज शामिल हैं। डॉक्टरों ने सावधानी बरतने और खानपान पर ध्यान देने की सलाह दी है। अस्पताल में 200 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं।

संवाद सूत्र, गोंडा। जिले में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। कभी आसमान में बादल तो कभी धूप और उमस से लोगों की सेहत पर सीधा असर पड़ रहा है। तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के चलते मेडिकल कालेज से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है इनमें गले में इंफेक्शन, सर्दी, खांसी, बुखार, सिर दर्द, उल्टी और दस्त जैसे लक्षणों से पीड़ित मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है।
मेडिसिन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. एजाज अहमद ने बताया कि इस मौसम में सावधानी न बरती जाए, तो संक्रमण तेजी से फैल सकता है। उन्होंने साफ-सफाई बनाए रखने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।
डॉ. पीएन राय ने कहा कि मौसम में उतार-चढ़ाव के चलते गले में इंफेक्शन के कारण खांसी व सर्दी-जुकाम के साथ ही वायरल बुखार और जोड़ों में दर्द के मरीजों में अधिक इजाफा हुआ है। डेंगू मरीजों की संख्या भी 42 पहुंच गई है।
बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में 200 से अधिक मरीज भर्ती किए गए हैं। चिल्ड्रेन वार्ड में 15 बच्चों को भर्ती किया गया है।
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने बताया कि मौसम में बदलाव से बीमारी बढ़ी है। चिकित्सकों को बेहतर ढंग से उपचार का निर्देश दिया गया है।
यह भी पढ़ें- Ambedkarnagar News: महिला को बनाया धोखाधड़ी का शिकार, खाते से उड़ाए 1.94 लाख रुपये
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।