जीत-हार की गणित के साथ अब अपनों को मंत्री बनाने पर बहस
गोंडा विधानसभा चुनाव में जिले की सातों सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की है। किस बूथ से किस

गोंडा : विधानसभा चुनाव में जिले की सातों सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की है। किस बूथ से किसे कितना वोट मिला इसके जोड़-घटाव के साथ जिले का कौन विधायक मंत्रीमंडल में शामिल हो सकता है इसे लेकर बहस तेज हो गई है। कोई जातीय समीकरण को आधार बताकर अपना तर्क रख रहा है तो कोई वरिष्ठता को प्राथमिकता दिए जाने की बात कर रहा है। जीत के फासले और युवा को तरजीह दिए जाने को लेकर भी बहस तेज है।
चुनाव परिणाम आने के बाद पहले तो बूथ पर हुई हार जीत की बहस का सिलसिला जारी:
जिले की कर्नलगंज विधान सभा सीट को छोड़ कर सभी सीटों पर भाजपा के विधायक लगातार दूसरी बार जीते हैं। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहले तो बूथ पर हुई हार जीत की बहस का सिलसिला शुरू हुआ। इसके साथ जिले से किस विधायक को मंत्री मंडल में किया जा सकता है इस पर चर्चा गरम हो गई। कोई अपने विधायक को मंत्री बनाने जाने का तर्क रख रहा है तो कोई जातीय समीकरण की गणित समझा रहा है।
जिले से दो मंत्री बनाए जाने को लेकर बहस तेज:
वैसे तो पिछली सरकार में मनकापुर के विधायक रमापति शास्त्री को मंत्री मंडल में शामिल किया गया था। उन्हें समाज कल्याण मंत्री बनाया गया था। इस बार जिले की सभी सीटों पर भाजपा की जीत होने के कारण मंत्री मंडल में जिले के दो विधायकों को शामिल किए जाने की चर्चा आम है। सभी अपने अपने हिसाब तर्क रख रहे हैं। वैसे जिले से दो मंत्री बनाए जाने को लेकर बहस तेज है।
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