Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    गोंडा में 45 हजार उज्ज्वला कनेक्शन लाभार्थी 4 करोड़ रुपये की सब्सिडी से रह जाएंगे वंचित, 31 दिसंबर तक करा लें ये काम

    Updated: Sun, 28 Dec 2025 02:57 PM (IST)

    गोंडा में लगभग 45,000 उज्ज्वला कनेक्शन धारकों ने अब तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है। यदि वे 31 दिसंबर तक इसे पूरा नहीं करते हैं और नकद सिल ...और पढ़ें

    Hero Image

    चार करोड़ की सब्सिडी से वंचित रह जाएंगे 45 हजार गरीब परिवार।

    संवाद सूत्र, गोंडा। 45 हजार उज्ज्वला कनेक्शन धारकों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। 31 दिसंबर के भीतर यह प्रक्रिया पूरी कराकर नकद सिलेंडर न खरीदने पर दीपावली के मुफ्त सिलेंडर के सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। तीन दिन में यह हो पाना संभव नहीं है। ऐसे में इन परिवारों को मिलने वाले सब्सिडी के चार करोड़ रुपये उन्हें नहीं मिल पाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जिले में उज्ज्वला योजना के तहत सवा तीन लाख कनेक्शन धारक हैं, जिन्हें दीपावली व होली पर एक-एक सिलेंडर मुफ्त दिया जाता है। दीपावली पर मुफ्त सिलेंडर की सुविधा 31 दिसंबर तक मिलनी है।

    इसमें नकद गैस सिलेंडर खरीदने के बाद उनके खाते में पूरे सिलेंडर का मूल्य 910 रुपये सब्सिडी के रूप में भेजा जाता है, लेकिन इसमें सबसे बड़ा अड़ंगा ई केवाईसी न हो पाना माना जा रहा है।

    करीब 45 हजार ऐसे कनेक्शन धारक हैं, जो अपने गैस एजेंसी पर अंगूठा लगवाकर ई केवाईसी प्रक्रिया नहीं पूरी करा पाए हैं। बताया जा रहा है किसी के आधार कार्ड में दिक्कत हैं तो कोई घर छोड़कर बाहर चला गया। यही नहीं कुछ गैस कनेक्शन धारकों को एजेंसियों के कर्मी भी नहीं खोज पा रहे हैं कि वे कहां हैं।

    ऐसे में इन्हें एजेंसियों ने गैस सिलेंडर देना बंद कर दिया है, फिर भी ये नहीं आ रहे हैं। इसके चलते 45 हजार उपभोक्ताओं की ई केवाईसी बाकी है। अब सभी ने 31 दिसंबर तक ई केवाईसी कराकर नकद सिलेंडर नहीं खरीदा तो इन्हें दीपावली के मुफ्त सिलेंडर की सब्सिडी नहीं मिल पाएगी।

    क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी पेट्रोलियम व गैस आपूर्ति के नोडल शिव प्रकाश तिवारी ने बताया कि उज्ज्वला योजना के जिन लाभार्थियों ने ई केवाईसी नहीं कराई है, वे इसे कराकर 31 दिसंबर तक सिलेंडर जरूर खरीद लें। अन्यथा, उनके मुफ्त सिलेंडर की सब्सिडी पूरा पैसा वापस चला जाएगा। सभी गैस एजेंसियों को शत-प्रतिशत कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं।