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    गोंडा में पुलिस ने पकड़ी 36 बोरी सरकारी राशन से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली, कालाबाजारी के लिए ले जा रहा था कोटेदार

    गोंडा के नवाबगंज में पुलिस ने एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लदे 36 बोरी सरकारी खाद्यान्न को जब्त किया। यह राशन गरीबों को वितरित किया जाना था। ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोटेदार हनुमान गौड़ की ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा और पूर्ति निरीक्षक को सौंप दिया। मामले की जांच जारी है यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि राशन कहां से आया।

    By Amit pandey Edited By: Vinay Saxena Updated: Mon, 18 Aug 2025 03:53 PM (IST)
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    पुलिस ने पकड़ा 36 बोरी सरकारी राशन से लदा ट्रैक्टर-ट्रॉली।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    संवाद सूत्र, नवाबगंज (गोंडा)। कोल्हमपुर चौकी अंतर्गत कोल्हमपुर इमाम में सोमवार को पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लदे 36 बोरी सरकारी खाद्यान्न को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि यह सरकारी अनाज पात्र गृहस्थी और अन्त्योदय लाभार्थियों को वितरित किया जाने वाला राशन है। फिलहाल, पूर्ति निरीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं।

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    कोल्हमपुर चौकी प्रभारी शिव कुमार यादव ने कहा ग्रामीणों ने सरकारी राशन की कालाबाजारी की शिकायत की थी। सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली की कोल्हमपुर बाजार से ट्रैक्टर-ट्राली पर लदा सरकारी खाद्यान्न बिक्री के लिए जा रहा है। सूचना मिलने पर तत्काल चौकी की पुलिस ने सरकारी राशन से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़ कर कोल्हमपुर चौकी पर ले गई।

    चौकी प्रभारी ने बताया कि सूचना मिली है कि सरकारी राशन से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली नरायनपुर गांव के कोटेदार हनुमान गौड़ की है। जिसकी सूचना एसडीएम तरबगंज विश्वामित्र सिंह को देने के बाद सरकारी खाद्यान्न लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली पूर्ति निरीक्षक महेश कुमार के सुपुर्द कर दी गई है।

    पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली पर 36 बोरी सरकारी खाद्यान्न बोरा सहित लदा हुआ था, जिसमें 28 बोरी चावल और आठ बोरी गेंहू शामिल है। कोटेदार हनुमान गौड़ का स्टाक शून्य है और नई उठान भी नहीं हुई है ऐसे में ये राशन कहां से आया इसकी जांच की जा रही है।

    बताते चलें की बीते साल भी कोटेदार हनुमान गौड़ की सरकारी राशन से लदी दो पिकप पकड़ी गई थी, लेकिन सेटिंग-गेटिंग के खेल में माहिर होने के कारण वह बच गया था। अब देखना है कि पूर्ति निरीक्षक की जांच गरीबों के हक के राशन की कालाबाजारी के मामले को कारवाई के किस मुकाम तक ले जा पायेगी।

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