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    गोंडा में क्लीनिक में इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

    गोंडा में एक मेडिकल स्टोर में चल रहे अवैध क्लीनिक में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग पर अवैध क्लीनिकों के संचालन को लेकर सवाल उठ रहे हैं और जांच का आश्वासन दिया गया है।

    By Ajay Pandey Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 17 Aug 2025 08:42 PM (IST)
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    इंजेक्शन लगाने के बाद महिला की मौत, स्वजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन।

    जागरण संवाददाता, गोंडा। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय के सामने स्थित मेडिकल स्टोर में चल रहे अवैध क्लीनिक में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई।

    मृतका के परिवारजन ने गलत इंजेक्शन लगाने से मौत का आरोप लगाकर शव को मेडिकल स्टोर के सामने गोंडा-लखनऊ हाईवे पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने स्वजनों को शांत कराकर घर भेजा। प्रकरण की जांच की जा रही है।

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    बताया जा रहा है कि मलारी गांव की रोली को शनिवार की देरशाम तेज बुखार आ गया। वह कई दिनों से बीमार थीं। स्वजन उन्हें जिला मुख्यालय लेकर आए। यहां उन्होंने मेडिकल कालेज से संबद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय से सामने स्थित मेडिकल स्टोर संचालक से बीमारी के बारे में बताया।

    आरोप है कि संचालक ने मेडिकल स्टोर में ही क्लीनिक संचालित होने की बात कही। यहां मेडिकल कालेज के एक चिकित्सक ने मरीज का उपचार शुरू किया। आरोप है कि इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की तबीयत बिगड़ गई और थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई।

    परिवारजन ने शव को हाईवे पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे हंगामा चलता रहा। नगर कोतवाली पुलिस ने स्वजनों को समझाकर शांत कराया। नगर कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक ब्रह्मानंद सिंह ने बताया कि विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराकर घर भेज दिया गया। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। प्रकरण की जांच की जा रही है।

    महिला की मौत पर उठ रहे सवाल

    स्वास्थ्य विभाग अवैध क्लीनिक को बंद कराने का दावा कर रहा है, लेकिन यहां सीएमओ कार्यालय से 100 मीटर दूर हाईवे पर मेडिकल स्टोर में ही बिना पंजीकरण के क्लीनिक संचालित किया जा रहा था।

    यही नहीं, मेडिकल कालेज के चिकित्सक ही क्लीनिक में मरीज का उपचार करते हैं। सवाल उठ रहा है कि चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहा है। जिम्मेदारों की नजर क्यों नहीं जा रही है।

    अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आदित्य वर्मा ने बताया कि अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। मेडिकल स्टोर में अवैध क्लीनिक संचालित करने वालों के विरुद्ध जांच करके कार्रवाई की जाएगी।