यूपी में डिजिटल भारत की नई शक्ति बनेंगी बेटियां, इन स्कूलों में शुरू होगी AI शिक्षा
गोंडा जिले के 16 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्राओं के लिए आईसीटी और एआई लैब शुरू की जा रही हैं। 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ...और पढ़ें

डिजिटल भारत की नई शक्ति बनेंगी बेटियां।
संवाद सूत्र, गोंडा। जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राओं के लिए तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। डिजिटल युग की मांगों को ध्यान में रखते हुए जिले के 16 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में आइसीटी (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) लैब का संचालन किया जाएगा।
यह पहल छात्राओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ने और उन्हें भविष्य के लिए सक्षम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। इन अत्याधुनिक लैब में छात्राओं को कोडिंग, डिजिटल टूल्स, एआई आधारित साफ्टवेयर, समस्या समाधान और रचनात्मक सोच का व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।
पढ़ाई अब केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि छात्राएं तकनीक के प्रयोग से सीखने का वास्तविक अनुभव भी प्राप्त करेंगी। इससे न केवल उनकी समझ बेहतर होगी, बल्कि आत्मविश्वास में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
जिले में संचालित कुल 17 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में से झंझरी स्थित विद्यालय में आइसीटी-एआई लैब का संचालन इस वर्ष से ही प्रारंभ कर दिया गया है।
शेष 16 विद्यालयों में आठ मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लैब का शुभारंभ किया जाएगा। यह दिन छात्राओं के लिए तकनीकी सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर उभरेगा।
रोजगार के तैयार होंगे अवसर
आइसीटी और एआई जैसी आधुनिक तकनीकों से परिचय छात्राओं को उच्च शिक्षा और रोजगार के बेहतर अवसरों के लिए तैयार करेगा। तकनीकी दक्षता के साथ वे नवाचार आधारित प्रोजेक्ट्स, डिजिटल प्रतियोगिताओं और रचनात्मक गतिविधियों में भी अपनी पहचान बना सकेंगी।
लैब के माध्यम से छात्राएं तकनीकी उपकरणों के सुरक्षित और प्रभावी उपयोग को सीखेंगी। इससे उनमें नेतृत्व क्षमता, तार्किक सोच और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण गुण विकसित होंगे। ग्रामीण और वंचित वर्ग की बालिकाओं के लिए यह सुविधा उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनेगी।
बालिकाएं तकनीकी रूप से बनेंगी सक्षम
बालिकाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए पहल की जा रही है। आईसीटी और एआई लैब न केवल शिक्षा को रोचक बनाएंगी, बल्कि छात्राओं को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार करेंगी। यह पहल बालिकाओं के सपनों को नई दिशा देने का कार्य करेगी। आठ मार्च को सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में आईसीटी-एआई लैब को संचालन प्रारंभ हो जाएगा। -अमित कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।

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