Ghazipur Flood Alert: गंगा के साथ कर्मनाशा का भी बढ़ रहा पानी, लेखपालों को सक्रिय रहने का निर्देश
जमानियां में गंगा और कर्मनाशा नदी के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है और लेखपालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। बलुआ घाट पर श्मशान घाट जलमग्न होने से अंतिम संस्कार में परेशानी हो रही है। लोगों को साईं मंदिर के पीछे शव जलाने पड़ रहे हैं। प्रशासन से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की गई है।

जागरण, संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर)। गंगा नदी के साथ कर्मनाशा के भी जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि बाढ़ को देखते हुए एसडीएम ज्योति चौरसिया व तहसीलदार रामनारायन वर्मा ने तहसील सभागार कक्ष में राजस्व निरीक्षक व लेखपाल के साथ बैठकर कर बाढ़ चौकिया को एक्टिव किया गया तथा सभी को निरंतर सतर्क रहने हेतु निर्देशित किया गया।
एसडीएम ज्योति चौरसिया ने कहा कि बाढ़ के संभावित आशंका को देखते हुए सभी कानूनगो व लेखपाल अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे। कोई भी सूचना हो तो तत्काल सूचित करें। बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर दिया गया है। तटवर्ती गांव के ग्राम प्रधान से लगातार संपर्क में रहे।
गंगा के दियारा में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहे।बाढ़ प्रभावित गांवों पर खास नजर रहे। कर्मनाशा नदी का पानी भी बढ़ाव पर है।सभी लोगो क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते रहे। इस मौके पर नायाब तहसीलदार जितेंद कुमार व अविनाश कुमार सहित अन्य रहे।
गंगा के साथ कर्मनाशा नदी भी बढ़ाव पर
गंगा व कर्मनाशा नदी के तटवर्ती गांव के लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हालांकि अभी पानी अंदर नहीं प्रवेश किया है। लेकिन अगर बढ़ोतरी की यही स्थिति रही तो पानी गांवों में घुस जाएगा। इसको लेकर तहसील प्रशासन भी सक्रिय है।
वही बलुवा घाट पर पानी ऊपर आ जाने से शवों के अंतिम संस्कार में भी परेशानी होगी।शवों को साईं मंदिर के पीछे जलाया जाएगा। वही कर्मनाशा के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है। तहसीलदार रामनारायन वर्मा ने बताया कि गंगा व कर्मनाशा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है।गंगा में आठ व कर्मनाशा में पांच बाढ़ चौकी बनाया गया है। सभी चौकियों को सक्रिय है।लेखपालों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
अंतिम संस्कार करने में परेशानी
जमानियां नगर के प्रतिष्ठित यमदग्नि-परशुराम तपोस्थली बलुआ घाट के समीप स्थित श्मशान घाट भी अब पूरी तरह जलमग्न हो चुका है, जिससे अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह घाट न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि बिहार सहित अन्य प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं और शोकाकुल परिवारों के लिए भी अंतिम संस्कार का प्रमुख स्थल है। श्मशान घाट के जलमग्न हो जाने के कारण लोगों को मजबूरी में पास ही स्थित साईं मंदिर के पीछे बने चौतरा पर शव जलानी पड़ रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बलुआ घाट स्थित यमदग्नि-परशुराम तपोस्थली एक धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है।
- कंट्रोल रूम नंबर: 0548 2223041 व 9454417103
- बाढ़ राहत केंद्रों की संख्या: 35
- अतिसंवेदनशील गांव: 80
- संवेदनशील गांव: 154
- बाढ़ चौकी: 160
- छोटी-बड़ी नावों की संख्या: 340
- गोताखोरों की संख्या: 27
- आपदा मित्रों की संख्या: 510
- सामान्य जलस्तर: 59.906
- चेतावनी बिंदु:61.550
- खतरा बिंदु: 63.105
- वर्तमान में गंगा का जलस्तर: 62.850 (दोपहर दो बजे तक)
- वर्तमान में गंगा बढ़ रही: 02 सेंटीमीटर प्रतिघंटा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।