मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को लखनऊ से लेकर गाजीपुर पहुंची पुलिस, कोर्ट में किया पेश
गाजीपुर पुलिस ने अफ्शा अंसारी के बेटे उमर अंसारी को गिरफ्तार किया जिन पर फर्जी हस्ताक्षर कर संपत्ति हड़पने के लिए कोर्ट में याचिका दायर करने का आरोप है। पुलिस कप्तान ने बताया कि अफ्शा अंसारी की दस करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई थी जिसे हड़पने के लिए उमर ने फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। फर्जी हस्ताक्षर कर संपत्ति हड़पने के उद्देश्य से न्यायालय में याचिका दायर करने के मामले में 50 हजार रुपये की इनामी अफ्शा अंसारी के बेटे उमर अंसारी को रविवार को लखनऊ के दारुलशफा से गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को पुलिस उसे लेकर गाजीपुर पहुंची।
आवश्यक कार्रवाई के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट परिसर में भारी संख्या में पुलिस के जवान रहे। इससे पुलिस पुलिस कप्तान डा. ईरज राजा ने उमर अंसारी को मीडिया के समक्ष पेश कर मामले के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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उन्होंने बताया कि अफ्शा अंसारी जो 50 हजार की इनामी है और काफी दिनों से पुलिस इसकी तलाश कर रही है। शहर कोतवाली के देवढ़ीवल्लभगढ़ में अफ्शा अंसारी की करीब दस करोड़ की संपत्ति को वर्ष 2021 में कुर्क की गई थी। एमपी -एमएलए कोर्ट ने भी इस कार्रवाई को सही ठहराया था। इसी प्रापर्टी को हड़पने के उद्देश्य से कोर्ट में 11 जुलाई को अपील दाखिल की गई थी। जिसमें अफ्शा अंसारी का हस्ताक्षर किया गया था। इस हस्ताक्षर का मिलान किया गया तो वह फर्जी मिला।
इस पर मुहम्मदाबाद कोतवाली मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी और उनके वकील लियाकत अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। एसपी ने बताया कि अफ्शा अंसारी गाजीपुर समेत अन्य जनपदों में कई मुकदमों में फरार चल रही है और उसके खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। साथ ही उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है। वहीं गाजीपुर पुलिस लखनऊ गुपचुप पहुंची और देर रात तक कार्रवाई करते हुए वापस गाजीपुर भी ले आई। माना जा रहा है कि उमर से कई प्रकरणों को लेकर पूछताछ भी की गई है।
कई जनपदों की पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इन परिस्थितियों में उमर अंसारी ने अपनी मां अफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर करवाकर वकील लियाकत अली की मदद से याचिका दायर की है। मुहम्मदाबाद कोतवाल रामसजन नागर अपनी टीम के साथ लखनऊ पहुंचे। यहां हजरतगंज पुलिस के साथ सर्विलांस टीम की मदद से उमर अंसारी को रविवार की देर रात दारुल शफा से गिरफ्तार किया गया था।
सियासत में एंट्री से पहले उमर के लिए मुश्किल हुई राह
अंसारी परिवार की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। पिता मुख्तार अंसारी के निधन और बड़े भाई अब्बास अंसारी की विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद उमर अंसारी राजनीति में कदम रखने की तैयारी में था। माना जा रहा था कि उपचुनाव में उमर अंसारी की राजनीति में एंट्री हो सकती है। अन्यथा वर्ष 2027 के चुनाव में तो उतरना तय था। मां अफ्शा अंसारी के फेर में उमर को जेल जाना पड़ा है। मां फरार हैं। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित है। इससे पहले माफिया मुख्तार अंसारी मुख्तार अंसारी की जेल में रहते हुए मौत हुई थी। भाई अब्बास अंसारी भी जेल जाना पड़ा था। सांसद अफजाल अंसारी भी जेल जा चुके हैं।
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