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    गाजीपुर में एक साथ जलीं तीन चिताएं... किसी मां का इकलौता सहारा गया तो किसी के मासूम बच्चे रह गए अनाथ

    Updated: Sun, 12 Jan 2025 04:51 PM (IST)

    गाजीपुर में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने तीन लोगों की जान ले ली। कछुहरा गांव के समीप गाजीपुर-गोरखपुर फोरलेन पर एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन दोस्तों को टक्कर मार दी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रदीप अच्छेलाल और श्यामलाल के रूप में हुई है। हादसे की खबर से पूरे गांव में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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    गाजीपुर में तीन लोगों की एक साथ चिताएं जलीं। (तस्वीर जागरण)

    संवाद सहयोगी, गाजीपुर। मरदह क्षेत्र के कछुहरा गांव के समीप गाजीपुर-गोरखपुर फोरलेन पर अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार तीन लोगों की मौत के बाद दूसरे दिन मानपुर गांव में मातम का मंजर दिखा। हादसे में मारे गए तीनों लोग इसी गांव के निवासी थे।

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    पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों का देर रात नगर के श्मशान घाट पर दाह संस्कार किया गया। तीन चिताएं जलती देख पत्थर दिल इंसान भी अपने आंसू नहीं रोक पाया। स्वजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, पीड़ित परिवार को ढांढस बधाने के लिए दिन भर लोगों की भीड़ लगी रही। पिता दरवाजा, मां आंगन तो पत्नी घर के एक कोने में अपने सुहाग को खोने के गम में सिसकियां भर रही थी।

    ग्रामीणों के अनुसार, हादसे में मारे गए प्रदीप और अच्छेलाल जिगरी दोस्त थे। वे कहीं भी एक साथ ही आते-जाते थे। शुक्रवार की रात करीब आठ बजे वे घरवालों को मरदह थाना क्षेत्र के बरेंदा गांव जाने की बात कहकर बाइक से निकल गए। घर से करीब तीन सौ मीटर दूर डेरे पर मौजूद दोनों आंखों से दिव्यांग श्यामलाल को भी अपने साथ ले लिए।

    बरेंदा जाने के बजाय कहीं और चले गए। लौटते वक्त कछुहरा गांव के समीप अज्ञात वाहन के धक्के से तीनों की मौत हो गई। रात करीब ढाई बजे पुलिस ने घरवालों को इसकी जानकारी दी तो सभी के परिवार में मातम छा गया। शनिवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद रात करीब नौ बजे तीनों शवों को श्मशान घाट ले जाया गया।

    यहां श्यामलाल को उनका भतीजा चंदन, प्रदीप को उसके पिता मोहन व अच्छेलाल के पिता मोती राम ने मुखाग्नि दी। दाह संस्कार के बाद करीब दो बजे परिवार के सदस्य गांव में पहुंचे।

    चूल्हे पड़े थे ठंडे, गलियां थीं सूनी

    मानपुर अनुसूचित बस्ती में तीन लोगों की मौत से दूसरे दिन मातम पसरा रहा। गलियां एकदम सुनसान थीं। दरवाजों पर बैठकर ग्रामीण हादसे के बाबत ही चर्चा करते देखे गए। वहीं पीड़ित परिवार व आसपास के कई घरों के चूल्हे भी ठंडे पड़े थे। हालांकि पीड़ित परिवार के दरवाजे पर ढांढस बधाने वालों की भीड़ लगी रही।

    गहरी नींद में थे परिजन तो मिली तीन मौत की खबर

    शुक्रवार की रात करीब दो बजे प्रदीप, अच्छेलाल व श्यामलाल के परिजन गहरी नींद में थे। उसी दौरान मरदह पुलिस का सभी के घर फोन आया। एक ही गांव के तीन लोगों के मौत की खबर जैसे ही मिली तो मातम छा गया।

    घरों से रोने-बिलखने की आवाज ग्रामीणों के कानों में गई तो वे भी अनहोनी को भांप गए और पीड़ित परिवार के घर की ओर दौड़ पड़े। किसी को कुछ नहीं समझ आ रहा था कि आखिरकार पीड़ित परिवार की मदद कैसे करें। हालांकि ग्रामीणों ने एक चार पहिया वाहन की व्यवस्था की और स्वजनों को लेकर अस्पताल पहुंचे।

    भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे मानपुर

    एक ही गांव के तीन लोगों के मौत की खबर मिलने के बाद भीम आर्मी आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता दाेपहर में मानपुर गांव पहुंचे। यहां पीड़ित परिवार को ढांढस बधाने के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिया। कहा कि प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

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