Ghazipur News: पंचायती राजमंत्री ओमप्रकाश राजभर के बिगड़े बोल, मंच से ठेकेदार को दीं गालियां
पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर में एक कार्यक्रम के दौरान ठेकेदारों पर रुपये लेने का आरोप लगाते हुए उन्हें गालियां दीं और जूते मारने की धमक ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, जागरण, गाजीपुर। पंचायतीराज मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बोल फिर बिगड़ गए। पत्रकारवार्ता के दौरान ठेकेदारों द्वारा रुपये लेने का आरोप लगा तो उन्होंने गालियों देने के साथ ही जूते मारने को ललकारा। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने के बाद लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे।
वहीं इसी कार्यकम में पहुंचे सीएमओ डा. सुनील कुमार पांडेय का एक दूसरा वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसमें सीएमओ मंच पर चढ़ने के बाद मंत्री का पैर छूककर आशीर्वाद ले रहे हैं। एक ही दिन में मंत्री ओमप्रकाश राजभर की दो-दो वीडियो प्रसारित होने पर राजनीतिक हलके में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।
बोरसिया स्थित सत्यदेव ग्रुप ऑफ कालेजेज में संस्थापक सत्यदेव सिंह की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक व ओमप्रकाश राजभर को आमंत्रित किया गया था। उपमुख्यमंत्री कार्यक्रम में नहीं आए।
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दोपहर में पंचायती राजमंत्री ओमप्रकाश राजभर पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित कर भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह व अन्य अतिथियों संग विराजमान हुए। उसी दौरान सीएमओ पहुंचे और पैर छूककर आशीर्वाद लिए। कार्यक्रम के समापन के बाद पंचायतीराज मंत्री ओमप्रकाश राजभर मीडिया से मुखातिब थे।

गाज़ीपुर : मंच पर मंत्री ओपी राजभर का पैर छूते सीएमओ सुनील पांडेय।
मंत्री द्वारा जनपद के 22 फर्मों द्वारा बनाई गईं सड़कों की जांच को लेकर लिखे गए पत्र पर जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा कि ठेकेदार तो कहते हैं कि विधायक व मंत्री को पैसा दिया है तो वह बिगड़ गए। बोले कि कौन ठेकेदार कहता है उसे बुलाओ, उसे चार जूता मारेंगे।
आगे कहा कि उन पर कोई पैसा लेने का आरोप साबित नहीं कर सकता है। साथ ही यह भी कहा कि हम लोग प्रयास करके सड़क बनाने के लिए लखनऊ से दिल्ली तक से पैसा दिलवाते हैं और सड़क ठीक नहीं बनती है तो जनता शिकायत करती है। इसलिए ठेकेदारों की शिकायत की जाती है। उनका कहना था कि कोई कह नही सकता कि ओमप्रकाश राजभर को किसी ने पैसा दिया है।
नहीं मिली अनुमति, फिर भी चला धरना
जमानियां कस्बा निवासी व भाजपा के पूर्व जिला कार्यकारिणी सदस्य नारायण दास चौरसिया ने शुक्रवार को फर्जी ढंग से एससीएसटी के तहत दर्ज मुकदमा में फंसाने को लेकर एसडीएम को पत्रक सौंपा और न्याय के लिए धरना देने की मांग की। हालांकि एसडीएम ने धरना देने की अनुमति नहीं दी, मामले की जांच की बात कही।इसके बाद भी नारायण दास रामलीला मैदान में क्रमिक धरना पर कुछ समर्थकों संग बैठ गए।
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एसडीएम को दिए गए पत्रक में नारायण चौरसिया ने आरोप लगाया कि नपा अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता द्वारा अपने कर्मचारी से फर्जी ढंग से हरिजन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया कि नपं द्वारा लगाए गए ट्रेड लाइसेंस शुल्क के विरोध में व्यापारियों संग क्रमिक प्रदर्शन किया गया था।
इसको लेकर नपा अध्यक्ष द्वारा अपने कर्मचारी पर दबाव बनाकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है जो न्याय संगत नहीं है। न्याय पाने के लिए धरना पर समर्थकों संग बैठ रहा हूं। पत्रक देने वालों में सतीश जायसवाल स्टेशन बाजार, व्यापार मंडल अध्यक्ष, शंकर गोस्वामी, पंकज कुमार निगम, अमरजीत बिंद, कुलवंत कुमार, सुनील कुमार खरवार व राजेश साहनी आदि लोग रहे।

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