Nepal Plane Crash: अपनों का शव लेने के लिए नेपाल पहुंचे गाजीपुर के परिवार, DNA टेस्टिंग से होगी बॅाडी की पहचान
Nepal Plane Crash 15 जनवरी को हुए प्लेन हादसे में सोनू जायसवाल अनिल राजभर अभिषेक कुशवाह और विशाल शर्मा की मौत हो गई थी। यह सभी गाजीपुर के रहने वाले थे और सभी दोस्त थे। उनके शव को ले जाने के लिए परिजन नेपाल पहुंच चुके हैं।

गाजीपुर, एजेंसी। नेपाल के पोखरा में हुए प्लेन हादसे में 70 लोगों ने जान गंवा दी है। जान गंवाने वाले लोगों में 5 भारतीय भी शामिल हैं। इस प्लेन हादस में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के 4 युवकों की जान चली गई। इन चार युवकों का शव लेने के लिए परिजन नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंच चुके हैं। शवों की डीएनए टेस्टिंग काठमांडू में होगी। परिवार के लोगों के साथ एक रिटायर्ड कानूनगो भी मौके पर गए हुए हैं।
15 जनवरी को हुए प्लेन हादसे में सोनू जायसवाल, अनिल राजभर, अभिषेक कुशवाह और विशाल शर्मा की मौत हो गई थी। यह सभी गाजीपुर के रहने वाले थे और सभी दोस्त थे। जानकारी के मुताबिक, चारों 12 जनवरी को नेपाल घूमने गए थे। समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत करते हुए अनिल राजभर के पिता ने बताया था, 'मैं अनिल राजभर का पिता हूं। जिला प्रशासन हमें नेपाल ले जा रहे हैं।'
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अधिकारियों को सौंपा गया ब्लैक बॅाक्स
बता दें कि यति एयरलाइंस का 72 सीटर प्लेन काठमांडू से 205 किमी दूर पोखरा में क्रैश हो गया। लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया, जिसके बाद प्लेन में आग लग गई और वह खाई में गिर गया। बता दें कि एयरलाइंस के विमान का ब्लैक बॉक्स नेपाल सेना ने नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अधिकारियों को सौंप दिया जा चुका है।
तकनीकी खराबी की वजह से हुआ हादसा
दुर्घटनाग्रस्त विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। हादसे की वजह विमान में तकनीकी खराबी बताई जा रही है। विमान में 15 विदेशी नागरिक भी सवार थे। इनमें पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई के अलावा आस्ट्रेलिया, फ्रांस, अजेंटीना, इजराइल के एक-एक नागरिक थे। बताते चलें कि यह तीन दशकों में नेपाल में हुई सबसे बड़ी दुर्घटना है। इससे पहले 1992 में काठमांडू में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान के लैंडिंग से पहले दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 167 लोगों की मौत हो गई थी।
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