गाजीपुर में आधी रात फोरलेन पर छोड़ दिए सैकड़ों बंदर, गांव में मचा रहे उत्पात
गाजीपुर में वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन पर आधी रात को सैकड़ों बंदरों को छोड़ दिया गया। ये बंदर आसपास के रसूलपुर बेलवा, चकजाफर सहित कई गांवों में घुसकर उत्प ...और पढ़ें

आधी रात फोरलेन पर छोड़ दिए सैकड़ों बंदर।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन पर सोमवार आधी रात को कुछ अज्ञात लोगों ने सैकड़ों बंदरों को जंगीपुर क्षेत्र के नसीरपुर मोड़ के पास छोड़ दिए जाने से आसपास के गांवों में अफरातफरी मच गई। सुबह होते ही बंदर फोरलेन से उतरकर रसूलपुर बेलवा, चकजाफर, मीरनापुर, चौकियां, नसीरपुर और नगवा गांवों में पहुंच गए और उत्पात करने लगे। ग्रामीणों ने बंदरों को भगाने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
बंदरों के झुंड ने घरों में घुसकर सामान बिखेर दिया। मंगलवार को शिवशंकर का कपड़ा लेकर भाग गए और राशन फैला दिया। इसके बाद दोपहर में दीपक यादव के घर के किचन में घुसकर बर्तन व अन्य सामान बिखेर दिया। ग्रामीणों की लगातार परेशानी बढ़ रही है।
डीआईजी को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग
शहर कोतवाली क्षेत्र के तुलसीपुर गांव निवासी संतोष यादव ने डीआईजी को पत्र भेजकर मारपीट के आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज होने के दो माह बाद भी अब तक आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। जिससे आरोपित आए दिन जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
दरअसल, दो माह पूर्व भूमि विवाद को लेकर तुलसीपुर गांव निवासी छांगुर यादव व उसके पुत्रों ने पड़ोस के संतोष, उनके पिता नागेंद यादव व मां को मारपीट कर घायल कर दिया। इस मामले में अक्टूबर माह में तीन लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

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