Ganga Flood: गाजीपुर में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा! चेतावनी बिंदु के करीब पहुंची गंगा, प्रशासन अलर्ट पर
गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। प्रशासन अलर्ट पर है और तटवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। वर्ष 2021 में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था जिससे भारी नुकसान हुआ था। इस बार भी वैसी ही स्थिति बनने की आशंका है।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। जनपद में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा। सुबह से गंगा तीन सेंटीमीटर प्रति घंटा बढ़ना शुरू हुई तो दोपहर तक जलस्तर 61.050 मीटर पहुंच गया।
ऐसे में चेतावनी बिंदु से महज अब गंगा 0.5 मीटर ही दूर रह गई हैं। अंदेशा है कि गंगा चेतावनी बिंदु पार कर खतरे की निशान की ओर एक बार फिर बढ़ जाएंगी।
वर्ष 2021 गंगा खतरा निशान 63.105 पार कर 64.680 मीटर तक पहुंच गई थी। जिससे तटवर्ती इलाकों के लोग सड़क पर आ गए थे। इस दौरान हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि गंगा में समाहित हो गई थी। इसके अगले साल 2022 में खतरा निशान को छूने के बाद गंगा 64.390 मीटर के बाद घट गई।
हालांकि 2023 जनपद के लिए सुकून भरा रहा और गंगा चेतावनी बिंदु पार करने के बाद ही लौट गई। इस वर्ष भी गंगा खतरा निशान के करीब पहुंचने के बाद जलस्तर घटा तो लोगों ने राहत की सांस ले ली। मगर दो दिनों से गंगा के जलस्तर में एकबार फिर बढ़ाव शुरू हुआ तो तटवर्ती इलाकों के साथ ही प्रशासन भी अलर्ट हो गया।
बाढ़ को देखते हुए चिह्नित हुए गांव-
- अतिसंवेदनशील गांवों की संख्या: 80
- संवेदनशील गांवों की संख्या: 154
- सामान्य गांव: 211
- बाढ़ चौकियों की संख्या: 160
- छोटी-बड़ी नावों की संख्या: 340
- नाविकों की संख्या: 357
- बाढ़ राहत केंद्र: 35
- शरणालयों की संख्या: 44
सामान्य जलस्तर : 59.906 मीटर।
चेतावनी बिंदु: 61.550 मीटर।
खतरा बिंदु: 63.105 मीटर ।
वर्तमान में गंगा का जलस्तर: 61.050 मीटर।
वर्तमान में बढ़ा रहा गंगा का जलस्तर: 03 सेंटीमीटर प्रतिघंटा।
गंगा का जलस्तर तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। दोपहर में 61.050 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया। अब गंगा चेतावनी बिंदु से 0.5 मीटर ही दूर रह गई हैं।
-मेराजुद्दीन, स्थल प्रभारी केंद्रीय जल आयोग।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।