Ghazipur: गोवंश संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम, 24 घंटे गोआश्रय स्थलों की होगी निगरानी; बनेगा कंट्रोल रूम
गाजीपुर में गोवंश संरक्षण व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया। जनपद के सभी 60 गो आश्रय स्थलों की निगरानी अब सीसीटीवी ...और पढ़ें

गोआश्रय स्थलों के संबंध में जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में लेते मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। गोवंश संरक्षण व्यवस्था को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया। जनपद के सभी 60 गो आश्रय स्थलों की निगरानी अब सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी।
जिससे गोवंशों के भरण-पोषण, चारा व्यवस्था और देखभाल पर रोजाना नजर रखी जा सके। इसके लिए विकास भवन में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक में गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के लिए हरे चारे की बोआई की प्रगति बेहद कम पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन दिवस के भीतर गोवंशों की संख्या के अनुसार चारागाह भूमि पर हरा चारा उगाने की कार्ययोजना तैयार की जाए।
प्रत्येक विकास खंड में मासिक समीक्षा बैठक कर गोआश्रय स्थलों में भूसा, हरा चारा और चोकर की मानक के अनुसार उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। जहां हरा चारा उपलब्ध नहीं है, वहां तत्काल साईलेज की व्यवस्था करने को कहा गया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एके शाही ने बताया कि जनपद के सभी 60 गोआश्रय स्थलों में सीसीटीवी लगाने का कार्य प्रगति पर है, इनमें से 14 गोआश्रय स्थलों में कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही सभी गोआश्रय स्थलों को मानक के अनुरूप अभिलेख संधारण के लिए मुद्रित रजिस्टर उपलब्ध कराए जाएंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।