फर्जी प्रमाण पत्र मामला: गाजीपुर में 10 लेखपाल निलंबित, हटाया गया CDO का 20 साल से तैनात स्टेनो
गाजीपुर में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। डीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर अपात्रों को बीपीएल का आय प्रमाण पत्र व निवास बनाने वाले कुल दस लेखपालों को निलंबित कर दिया है। करीब 20 साल से जमे सीडीओ के स्टेनो का जिला विकास अधिकारी कार्यालय स्थानांतरण करते हुए जमानियां ब्लाक से संबद्ध कर दिया है।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। डीएम आर्यका अखौरी ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर अपात्रों का बीपीएल का आय प्रमाण पत्र व निवास बनाने वाले कुल दस लेखपालों को निलंबित कर दिया है। वहीं दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए बेटी का आंगनबाड़ी में नियुक्ति पर करीब 20 साल से जमे सीडीओ के स्टेनो का जिला विकास अधिकारी कार्यालय स्थानांतरण करते हुए जमानियां ब्लाक से संबद्ध कर दिया है।
डीएम ने स्टेनो से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण के बाद स्टेनो के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है। वहीं डीडी के नाजिर चित्रार्थ श्रीवास्तव को सीडीओ का नया स्टेनो बनाया गया है। फर्जी आय व निवास प्रमाण पत्र बनाने वाले तहसीलदारों को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
दैनिक जागरण ने छह अप्रैल के अंक में पेज छह पर ‘जखनियां तहसील में स्थानांतरित लेखपाल की आइडी से जारी हुए चार सौ फर्जी प्रमाण पत्र’ शीर्षक से एक्सक्लूसिव खबर प्रकाशित की थी। इसके अगले दिन सात अप्रैल के अंक में पूर्वांचल पेज पर ‘सीडीओ के स्टेनो की बेटी का फर्जी प्रमाण पत्र पर आंगनबाड़ी में नियुक्ति’ शीर्षक से खबर ब्रेक की थी।
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मनिहारी ब्लाक के चौकड़ी गांव में स्टेनो की बेटी पूजा यादव की शादी हुई है। उसका पति अजीत यादव जौनपुर में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक है। बावजूद इसके 42 हजार सलाना आय प्रमाण पत्र जखनियां तहसील से जारी कर स्टेनो की बेटी का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्ति हो गई और उसे नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद जिले में खलबली मच गई।
डीएम आर्यका अखौरी। जागरण (फाइल फोटो)
डीएम आर्यका अखौरी ने आंगनबाड़ी भर्ती के लिए गठित कमेटी के अध्यक्ष सीडीओ डा. संतोष वैश्य से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की। फिर बताया कि स्टेनो की बेटी का कम आय प्रमाण पत्र बनाकर नियुक्ति दिलाई गई है। डीएम ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों की जमकर खिंचाई की। मंगलवार को दो लेखपालों को निलंबित किया गया।
इससे पहले सैदपुर तहसील के एक लेखपाल निलंबित हुआ था। इसके बाद सात लेखपाल बुधवार को निलंबित किए गए। जखनियां तहसील में वीआरएस के आउटसोर्सिंग के आपरेटर कन्हैया राजभर ने फर्जीवाड़ा कर 9680 आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र जारी किया है।
मंगलवार की देर रात तक विकास भवन में सीडीओ, प्रभारी डीपीओ-एसडीएम ज्योति चौरसिया, प्रभारी डीडीओ व पीडी राजेश यादव की मैराथन बैठक हुई। फिर डीएम ने स्टेनो राधेश्याम यादव का डीडीओ कार्यालय स्थानांतरण करते हुए जमानियां खंड विकास कार्यालय से संबद्ध कर दिया। यह स्टेनो 20 साल से तैनात था। कई बार शिकायत के बाद भी कोई उसे हटा नहीं पाया था।
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आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी: डीएम
डीएम आर्यका अखौरी ने बताया कि अब तक विभिन्न तहसीलों के दस लेखपालों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। इन लेखपालों ने आय प्रमाण पत्र गलत जारी किया, जिसका इस्तेमाल आंगनाबड़ी भर्ती में किया गया है। गलत आय प्रमाण पत्र जारी करने वाले तहसीलदारों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
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