गाजीपुर में रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना, शव से 50 मीटर दूर मिला सिर; परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
अवनिलेश यादव को मृतक आश्रित कोटे से वर्ष 2008 में नौकरी मिली थी। इससे पहले जखनियां में उनकी तैनाती थी। लाकडाउन के समय वह औड़िहार रेलवे जंक्शन आ गए। स्वजन के अनुसार गेटमैन अवनिलेश यादव सोमवार को ड्यूटी कर सुबह आठ बजे घर आए। पूरे दिन घर का काम किए। शाम करीब सात बजे वह घर से निकले। मोबाइल घर पर ही भूल गए।

संवाद सूत्र, जागरण औड़िहार (गाजीपुर)। औड़िहार रेलवे जंक्शन के पश्चिमी गेट पर तैनात महमूदपुर निवासी गेटमैन अवनिलेश यादव का शव रेलवे लाइन के किनारे मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। गेट मेन का धड़ और सिर दोनों अलग-अलग हो गया था। सिर धड़ से करीब 50 मीटर दूर था, इससे लोगों में तमाम तरह की चर्चा हैं और हत्या की भी आशंका जताई जा रही है।
हालांकि, मामले में स्वजन की ओर से पुलिस थाने में अभी तक कोई तहरीर नहीं दी गई है। स्वजन का कहना है कि अवनिलेश यादव का किसी से कोई विवाद भी नहीं था।
खानपुर के महमूदपुर निवासी अवनिलेश यादव को मृतक आश्रित कोटे से वर्ष 2008 में नौकरी मिली थी। इससे पहले जखनियां में उनकी तैनाती थी। लाकडाउन के समय वह औड़िहार रेलवे जंक्शन आ गए। स्वजन के अनुसार गेटमैन अवनिलेश यादव सोमवार को ड्यूटी कर सुबह आठ बजे घर आए। पूरे दिन घर का काम किए। शाम करीब सात बजे वह घर से निकले। मोबाइल घर पर ही भूल गए।
काफी देर तक स्वजन ने उनकी खोजबीन भी की, लेकिन वह नहीं पहुंचे। स्वजन ने बताया कि उन्हें लगा कि कहीं गए होंगे आ जाएंगे। इसी बीच सुबह जानकारी मिली कि अवनिलेश का शव जंक्शन के पास रेलवे लाइन के किनारे मिला। मृतक की पत्नी मनीषा यादव का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों पुत्र अरमान यादव और आर्यन यादव पिता के शव को देखकर चीखने चिल्लाने लगे।
बताया जा रहा है कि परिवार में सब कुछ सही था। मृतक का एक छोटा भाई नीरज यादव है, जो अविवाहित है। ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व माता का भी निधन हो गया था। स्टेशन अधीक्षक दिलीप कुमार सिन्हा ने बताया की मृतक ड्यूटी पर नहीं था। खानपुर थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने बताया कि अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। मौत का कारण पता किया जा रहा है।
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