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    हाथ-पैर में नाखून पालिश लगा बुर्का पहन कोर्ट में हाजिर हुआ था अनुज कनौजिया, वकीलों से हुई थी झड़प

    By Jagran NewsEdited By: Vinay Saxena
    Updated: Tue, 01 Apr 2025 03:52 PM (IST)

    जमशेदपुर के गोविंदपुर में रहने वाले मुख्तार अंसारी गैंग का कुख्यात शूटर अनुज कन्नौजिया पुलिस मुठभेड़ में शनिवार की रात मारा गया। गोविंदपुर के भूमिहार सदन के पास उत्तर प्रदेश एसटीएफ (गोरखपुर यूनिट) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात शूटर को घेर लिया। इसके बाद दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। मुठभेड़ में अनुज कन्नौजिया को पुलिस ने मार गिराया। अनुज पर 2.5 लाख रुपए का इनाम था।

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    मुठभेड़ में मारा गया था ढाई लाख का इनामी बदमाश अनुज कनौजिया।

    संवाद सहयोगी, गाजीपुर। झारखंड के जमशेदपुर में मुठभेड़ में मारा गया ढाई लाख का इनामी बदमाश अनुज कनौजिया वर्ष 2009 में दुल्लहपुर निवासी मनोज वर्मा की हत्या के बाद फरार हो गया था। उसके पीछे एसटीएफ, क्राइम ब्रांच व स्थानीय पुलिस लगी तो कोर्ट में सरेंडर करने की तरकीब सोचने लगा। मुख्तार अंसारी के करीबियों व वकीलों के कहने पर हाथ-पैर में नाखून पालिस लगाकर बुर्का पहना और कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वकीलों के विरोध के चलते पीछे हटने पड़ा।

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    मऊ के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के भटौली नवापुरा निवासी अनुज कनौजिया 22 वर्ष पूर्व गांव के गुड्डा सिंह की हत्या के बाद चर्चा में आया। जरायम की दुनिया में इंट्री करने के बाद ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। दुल्लहपुर निवासी मनोज वर्मा की हत्या के बाद फरार हो गया।

    पुलिस टीमें इसे तलाशने लगी तो मुख्तार के करीबियों ने शरण दी। दुल्लहपुर बाजार के व्यवसायी इस घटना को लेकर बवाल करने लगे तो पुलिस के ऊपर दबाव बढ़ गया। अनुज की सरगर्मी से तलाश शुरू हुई तो वह कोर्ट में सरेंडर करने की तरकीब सोचने लगा। इसकी भनक क्राइम ब्रांच की टीम को लग गई। टीम के सदस्य कोर्ट परिसर में कई दिनों तक घेराबंदी किए रहे।

    इसी बीच अचानक हाथ-पैर में नाखून पालिश लगाकर अनुज कनौजिया बुर्का पहना और कोर्ट में सरेंडर करने पहुंच गया। कोर्ट के दरवाजे पर ही पहुंचा था कि अचानक टीम शक हो गया। टीम के सदस्य उसे पकड़ने के लिए लपके लेकिन तब तक वह काेर्ट में पहुंच चुका था। उसे खींचकर बाहर लाने का प्रयास किया गया लेकिन वकीलों के विरोध के चलते टीम को बैकफुट पर आना पड़ा।

    खुलेआम लेकर घूमता था मोबाइल, काट लेता था सब्जियां

    वर्ष 2009 में मनोज वर्मा की हत्या के बाद अनुज कनौजिया जेल गया तो हर कोई उससे डरता था। मुख्तार के चलते ही वह जेल में खुलेआम मोबाइल लेकर घूमता था। इतना ही नहीं बाग से जबरिया हरी सब्जी काटकर अलग से बनवाता था। बंदी रक्षक हो या फिर जेलर व अधीक्षक कोई उसे कुछ नहीं बोलता था।

    एनकाउंटर में मारा गया अनुज कन्नौज‍िया

    बता दें कि जमशेदपुर के गोविंदपुर में रहने वाले मुख्तार अंसारी गैंग का कुख्यात शूटर अनुज कन्नौजिया पुलिस मुठभेड़ में शनिवार की रात मारा गया। गोविंदपुर के भूमिहार सदन के पास उत्तर प्रदेश एसटीएफ (गोरखपुर यूनिट) और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात शूटर को घेर लिया। इसके बाद दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। मुठभेड़ में अनुज कन्नौजिया को पुलिस ने मार गिराया। अनुज पर 2.5 लाख रुपए का इनाम था और पुलिस को कई संगीन मामलों में उसकी तलाश थी।

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