गाजीपुर में डबल मर्डर और एक के लापता होने के बाद सैदपुर कोतवाल निलंबित, गहमर लाइनहाजिर
गाजीपुर के गहमर में ट्रिपल मर्डर मामले में सैदपुर कोतवाल शैलेश मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है, और गहमर कोतवाल दीनदयाल पांडेय को लाइन हाजिर किया गया ...और पढ़ें

वर्चस्व की लड़ाई में दो युवकों की हत्या कर दी गई, जबकि एक लापता है।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। गहमर में बुधवार की रात हुए ट्रिपल मर्डर के मामले में पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा ने सैदपुर कोतवाल शैलेश मिश्रा को निलंबित कर दिया है। साथ ही गहमर कोतवाल दीनदयाल पांडेय को लाइन हाजिर किया गया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब विवाद के बीच हत्या करने की घटना हुई।
उस समय गहमर प्रभारी निरीक्षक शैलेश मिश्रा थे, जिन्होंने उचित कार्रवाई नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप यह गंभीर घटना घटित हुई। मुहम्मदाबाद कोतवाल प्रमोद मिश्रा को गहमर का प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया गया है, जबकि विवेचना सेल में तैनात वीरेंद्र प्रताप को सैदपुर कोतवाल बनाया गया है।
गहमर गांव की खेमनराय और खेलूराय पट्टियों के युवकों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने बुधवार की रात में एक खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। खेलूराय पट्टी के युवकों ने मिलकर खेमनराय पट्टी के विक्की सिंह और बाबू राय पट्टी के सौरभ सिंह की निर्मम हत्या कर दी। इनका साथी अंकित सिंह अभी लापता है।
हमलावरों ने विक्की सिंह को लाठी-डंडे और राड से पीटा, उसका एक हाथ काट दिया और कनपटी पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को घसीटते हुए पोखरे में फेंक दिया गया। सौरभ सिंह के चेहरे पर धारदार हथियार से इतने हमले किए गए कि उसकी दोनों आंखें धंस गईं और जबड़ा क्षत-विक्षत हो गया। वाराणसी से गई एसडीआरएफ की टीम तीसरे युवक अंकित की तलाश में जुटी है।
गुरुवार सुबह आक्रोशित ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों ने विक्की के शव को थाने के सामने रखकर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनएच-124 सी हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें शांत किया और शाम पांच बजे जाम खुलवाया।
हालांकि, देर शाम तक स्वजन ने तहरीर नहीं दी थी। गहमर के दोनों पट्टियों के बीच वर्षों से वर्चस्व को लेकर अदावत चली आ रही है। 26 सितंबर को गांव के बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर के पास दोनों पक्षों के बीच फायरिंग हुई थी, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
बुधवार को घोपाल राय पट्टी में शशांक सिंह की बेटी का जन्मदिन था। विक्की, सौरभ और अंकित सिंह वहां गए थे। रात करीब दस बजे तीनों एक बाइक से खेलूराय पट्टी गए और जमकर गाली-गलौज की। वापस आने के बाद करीब एक घंटे बाद दोबारा वहां चले गए। इस बार खेलूराय पट्टी के लोगों ने तीनों को घेर लिया और चारों तरफ से हमला कर दिया।
लगभग 100 मीटर तक तीनों युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस जब तक मौके पर पहुंचती, हमलावर फरार हो गए। गहमर पुलिस रात भर तीनों युवकों को खोजती रही। गुरुवार सुबह गोताखोरों ने पोखरे से विक्की का शव बरामद किया। चार घंटे बाद सौरभ का शव भी उसी पोखरे में मिला। एसपी डा. ईरज राजा और पूर्व विधायक सुनीता सिंह घटनास्थल पहुंचे, लेकिन जाम हटाने में असफल रहे। देर शाम डीआइजी वैभव कृष्णा भी पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

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