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ब्लू व्हेल चैलेंज के चक्रव्यूह में फंसा छात्र, रामपुर में पांच छात्रों के हाथ पर निशान

ब्लू व्हेल गेम का शिकार गाजीपुर का एक छात्र हो गया। गेम खेलने वाले छात्र ने ब्लेड से हाथ पर मछली का आकार बनाया है। अब उसे समझाना जारी है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 14 Sep 2017 08:41 PM (IST)Updated: Thu, 14 Sep 2017 11:02 PM (IST)
ब्लू व्हेल चैलेंज के चक्रव्यूह में फंसा छात्र, रामपुर में पांच छात्रों के हाथ पर निशान
ब्लू व्हेल चैलेंज के चक्रव्यूह में फंसा छात्र, रामपुर में पांच छात्रों के हाथ पर निशान

गाजीपुर (जेएनएन)। जानलेवा ब्लू व्हेल गेम का शिकार आखिरकार नगर के एक विद्यालय का छात्र हो ही गया। गेम खेलने वाले इस छात्र ने ब्लेड से अपने हाथ पर मछली का आकार बना लिया है। उसके साथियों ने विद्यालय के शिक्षकों को बुधवार को तीसरे पहर इसकी सूचना दी तो प्रबंधन सकते में आ गया और सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा, क्षेत्राधिकारी सर्वेश कुमार मिश्र व कोतवाल शरदचंद्र त्रिपाठी ने छात्र को उसके घरवालों के साथ थाना बुलाया और उससे बातचीत की। नगर के वार्ड संख्या तीन निवासी राजेश सोनकर का इकलौता पुत्र जितेंद्र (16) नगर स्थित ज्ञान भारती हाईस्कूल में 11वीं का छात्र है। उसके पिता घर पर नहीं रहते हैं, वह बाहर फल बेचते हैं।

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हाथ पर व्हेल जैसा कटा देख समझाया

जितेंद्र अपनी छोटी बहन सोनाली व मां सुनीता के साथ घर पर रहता है। कुछ दिनों पहले उसने एंड्रायड मोबाइल खरीद लिया था। चोरी छिपे वह मोबाइल अपने पास रखता था। कल विद्यालय में उसके साथियों ने देखा कि उसका हाथ कटा हुआ है। बच्चों ने विद्यालय के एक शिक्षक को इसकी सूचना दी तो शिक्षक ने जितेंद्र को बुलाकर उसका हाथ देखा तो उसने ब्लेड से मछली का आकार बनाया था। शिक्षक भांप गए कि मामला ब्लू व्हेल गेम का है। शिक्षक ने तत्काल विद्यालय के प्रधानाचार्य व प्रबंधक को इसकी सूचना दी। सूचना पर हरकत में आए प्रबंधक सौम्यप्रकाश बरनवाल प्रधानाचार्य के साथ उसके घर पहुंचे और उससे मां को जानकारी देने के बाद सूचना क्षेत्राधिकारी सर्वेश कुमार मिश्र व कोतवाल शरदचंद्र त्रिपाठी को दी। रात में ही सीओ व कोतवाल छात्र के घर पहुंचे और उसे काफी समझाया।

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मनोस्थिति ठीक न देख स्वास्थ्य केंद्र भेजा 

क्षेत्राधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को मामला बताया तो वे देर रात में थाना आए और छात्र के घर पहुंचकर उससे बातचीत की। अगले दिन सुबह छात्र को उसके घरवालों को साथ थाना बुलाकर कोतवाल ने आवश्यक जानकारी ली। छात्र की मनोस्थिति ठीक न देख कोतवाल ने उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा तो चिकित्सक ने प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में इलाज के बाद छात्र को घर भेज दिया गया। वहां के चिकित्सक ने बताया कि छात्र का इलाज मनोचिकित्सक के माध्यम से संभव है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि ब्लू व्हेल गेम में 50 स्टेज हैं। जितेंद्र 13वें स्टेज में पहुंच चुका था। समय रहते इसका पता चल गया यह अच्‍छा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जितेंद्र को बीएचयू में मनोचिकित्सक के यहां ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय के लोग व अभिभावक बच्‍चों का ध्यान रखें। 

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घर परिवार व विद्यालय था अंजान

जितेंद्र चोरी छिपे यह गेम खेल रहा था। वह 13वें स्टेज पर पहुंच गया लेकिन किसी को पता नहीं चला। संयोगवश उसके साथियों की नजर पड़ गई और उन्होंने उसका कटा हुआ हाथ देख लिया। इधर जितेंद्र का स्वभाव बिल्कुल बदल गया है। वह काफी शांत रह रहा है। वह किसी से बातचीत करने में भी डर रहा है। 

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कब गेम के चपेट में आया पता ही नहीं 

ब्लू व्हेल गेम के शिकंजे में फंसकर छात्र जितेंद्र कुमार सोनकर अपने साथ क्या कर बैठा यह उसे ही पता नहीं। पुलिस क्षेत्राधिकारी सर्वेश कुमार मिश्र जब उससे बात करने लगे तो गेम में फंसने की बात परत दर परत खुलने लगी। उसने बताया कि मोबाइल फोन में गेम तो उसने ही खोजा। जब गेम खेलना प्रारंभ किया तो उसे आनंद आने लगा। एक चरण पार कर दूसरे चरण में पहुंचता तो आनंद और बढ़ जाता। फिर धीरे- धीरे वह कब पूरी तरह से उसके चंगुल में फंस गया उसे पता ही नहीं चला। क्षेत्राधिकारी ने उसे समझाया कि डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस तुम्हारे साथ है। तुम कभी भी थाने आ सकते हो। जितेंद्र कुमार सोनकर का घर सैदपुर कोतवाली के ठीक पीछे है। उन्होंने परिवार वालों को हिदायत दी कि उसे अकेला न छोड़ा जाय। जितेंद्र को भी इस बात के लिए प्रोत्साहित किया कि स्कूल प्रतिदिन जाओ और अपने दोस्तों के बीच घुल मिल कर रहो। 

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ब्लू व्हेल गेम खेलते पांच बच्चों के हाथ जख्मी

अब तक कई जानें ले चुका खतरनाक ब्लू व्हेल गेम खेल रहे रामपुर सेंट्रल स्कूल के पांच बच्चों के हाथ यहां जख्मी मिले। इनके हाथ में कट के निशान मिलने से इसका पता चला। रामपुर जिले के सिविल लाइंस स्थित सेंट्रल स्कूल प्रशासन को जानकारी मिली कि कुछ बच्चों के हाथ में चोट लगी है। इस पर चेकिंग कराई तो पांच छात्र-छात्राएं ऐसे मिले, जिनके हाथ पर ब्लेड आदि से कट के निशान पाए गए। ये सभी बच्चे कक्षा सात से लेकर कक्षा नौ के हैं। इनमें तीन छात्र और दो छात्राएं हैं। उनके अभिभावक भी हैरान हैं। सेंट्रल स्कूल अध्यक्ष एवं सीआरपीएफ के डीआइजी प्रवीण कुमार ने बच्चों के हाथ जख्मी होने की घटना को ब्लू व्हेल गेम खेलने से नकार दिया। कहा कि एक छात्रा के हाथ में दूसरी छात्रा ने ब्लेड से स्क्रेच मार दिया। 


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