UPSC EPFO Exam: गाजियाबाद में 65% ने छोड़ी ईपीएफओ की परीक्षा, परीक्षार्थियों को कठिन लगे अंग्रेजी के प्रश्न
गाजियाबाद में यूपीएससी ईपीएफओ परीक्षा में 65% अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी के प्रश्नों को कठिन बताया, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई। कुछ अभ्यर्थियों ने समय प्रबंधन में भी दिक्कत महसूस की। हालांकि, अन्य विषयों के प्रश्न सामान्य स्तर के थे।
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ईपीएफओ की परीक्षा देकर सेंटर से निकलते परीक्षार्थी। फोटो- जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा रविवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) प्रवर्तन अधिकारी, लेखा अधिकारी और सहायक निधि आयुक्त पदों के लिए संयुक्त भर्ती परीक्षा कराई गई। परीक्षा के लिए जिले में कुल 31 केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्रों पर शांति पूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हो गई।
परीक्षार्थियों का कहना है कि पेपर ज्यादा समय लेने वाला लंबा लगा। बाकी अंग्रेजी का पार्ट कुछ कठिन था। जिले में परीक्षा के लिए 31 केंद्रों पर एक पाली में हुई परीक्षा के लिए 14,114 अभ्यर्थियों का सेंटर था। इनमें से 4,891 ने परीक्षा दी और बाकी 9,223 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
इस तरह जिले में कुल 34.65 ने परीक्षा दी। बाकी 65.35 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। कड़ी जांच के बाद परीक्षार्थियों को केंद्र पर प्रवेश दिया गया। परीक्षार्थियों के बैग, मोबाइल, ब्लूटुथ, ज्योमैट्री बाक्स आदि बाहर ही रखवा लेने के बाद ही अंदर जाने दिया गया। दो घंटे की परीक्षा का समय सुबह 9.30 बजे से 11.30 तक का था।
120 मिनट की परीक्षा में अभ्यर्थियों से 300 अंक के 120 प्रश्न पूछे गए। प्रश्न अंग्रेजी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, वर्तमान घटनाक्रम, राजनीति, अर्थव्यवस्था, विज्ञान, कंप्यूटर, लेखांकन सिद्धांत, श्रम कानून, औद्योगिक संबंध, योग्यता और सामाजिक सुरक्षा आदि से संबंधित प्रश्न थे। परीक्षा देकर परीक्षा केंद्रों से निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि कुछ प्रश्न लंबे होने के साथ कठिन भी थे। खासकर अंग्रेजी के प्रश्न सबसे अधिक कठिन लगे। ऐसे में उन्हें समझकर उत्तर देने में समय लगा।
अंग्रेजी के प्रश्न कठिन लगे। बाकी पेपर में कई प्रश्न ज्यादा समय लेने वाले थे। पेपर उतना आसान नहीं रहा।
- यशवंत सिंह
पेपर में कई प्रश्न ऐसे थे जिनको समझकर उत्तर देने में समय लगा। अंग्रेजी का स्तर उतना आसान नहीं रहा।
- रुचिका सिंह

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