कफ सीरप तस्करी पर यूपी की योगी सरकार सख्त, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले-किसी आरोपी को नहीं मिलेगी राहत
उत्तर प्रदेश सरकार ने कफ सीरप की तस्करी के मामलों पर सख्ती दिखाई है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि किसी भी आरोपी को राहत नहीं मिलेगी। स्वास्थ्य ...और पढ़ें

ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कफ सीरप तस्करी के तेजी से फैलते नेटवर्क पर प्रदेश सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को कविनगर रामलीला मैदान में हुए कार्यक्रम के बाद दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि कफ सीरप तस्करी में लिप्त किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मामले की उच्च स्तरीय जांच जारी है और इससे जुड़े हर लिंक पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। कफ सीरप तस्करी केवल अवैध व्यापार नहीं, बल्कि युवाओं को विनाश की ओर धकेलने वाला गंभीर अपराध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच एजेंसियां जिस भी व्यक्ति की संलिप्तता पाएंगी, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले की व्यापकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कफ सीरप तस्करी से जुड़े मामले अब पूरे प्रदेश में फैल चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा 38 केस वाराणसी में दर्ज हुए हैं।
वहीं, जौनपुर में 16, कानपुर में आठ, गाजीपुर में छह, लखीमपुर खीरी में चार, लखनऊ में चार केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश के 34 अन्य जिलों में भी मुकदमे दर्ज हुए, जिससे कुल संख्या बढ़कर 40 जिलों में 128 एफआईआर तक पहुंच गई है। इन आंकड़ों से साफ है कि कफ सीरप तस्करी का नेटवर्क बेहद संगठित और बहु-जनपदीय स्तर पर सक्रिय है।

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