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    बजट के अभाव में धूल फांक रही मृदा परीक्षण प्रयोगशाला

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 04 Aug 2020 07:57 PM (IST)

    संवाद सहयोगी मोदीनगर बजट के अभाव में निवाड़ी रोड स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला इस समय धूल

    बजट के अभाव में धूल फांक रही मृदा परीक्षण प्रयोगशाला

    संवाद सहयोगी, मोदीनगर :

    बजट के अभाव में निवाड़ी रोड स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला इस समय धूल फांक रही है। यहां मार्च 2020 से मिट्टी का एक भी नया सैंपल नहीं लिया गया है। न ही कोई जांच हुई है। जांच नहीं होने से मिट्टी की सेहत पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिससे किसानों की आय काफी प्रभावित होगी।

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    बजट के अभाव में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से शुरू की गई नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना को पलीता लग रहा है।

    किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने मिट्टी की जांच शुरू कराई थी, जिससे मिट्टी में शामिल 11 पोषक तत्वों की जांच की जाती है। जिस तत्व की कमी पाई जाती है। उसकी पूíत के लिए प्रयोगशाला द्वारा किसान को जागरूक किया जाता है। मिट्टी की अधिक से अधिक जांच कराने के लिए नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना की शुरूआत की गई। जिसके अंतर्गत अधिक से अधिक नमूने लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे जाते हैं, लेकिन, इस बार मार्च माह से सरकार की तरफ से विभाग को बजट नहीं मिला। इसके चलते रसायन भी नहीं खरीदे जा रहे हैं।

    वहीं, कृषि विभाग की तरफ से मिट्टी की जांच के लिए प्रतिवर्ष मॉडल गांवों को चिह्नित किया जाता है। पूरे वर्ष इन मॉडल गांव में प्रत्येक किसान के खेत से मिट्टी के सैंपल लिए जाते हैं, लेकिन इस बार एक भी गांव को चिह्नित नहीं किया गया है। इस बारे में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के प्रभारी हरबीर सिंह कसाना ने बताया कि वर्ष 2019-20 में दो मॉडल गांव चिह्नित किए गए थे, जिनमें कुल 440 मिट्टी के नमूनों की जांच की गई थी, लेकिन इस बार सत्र 2020-21 के लिए सरकार की तरफ से बजट नहीं मिला है। इसी के चलते मार्च से अभी तक एक भी मिट्टी का सैंपल नहीं लिया गया है। बजट मिलते ही काम शुरू कराया जाएगा।