अगर पुराने पासपोर्ट की जानकारी छिपाई तो फंस जाएगी आपकी फाइल, लोगों की सुविधा के लिए एडवाइजरी जारी
पासपोर्ट की समय सीमा समाप्त होने पर, पुराने पासपोर्ट की जानकारी छिपाने से फ़ाइल अटक सकती है। स्थायी और वर्तमान पते को गलत भरने से भी समस्या हो सकती है। पासपोर्ट कार्यालय ने जागरूकता के लिए एडवाइजरी जारी की है। पहले आवेदन करने के बाद दोबारा आवेदन करते समय जानकारी देना आवश्यक है। गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द हो सकता है और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।

एक क्लिक पर चल जाता है पुराने पासपोर्ट का पता।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। पासपोर्ट की तिथि एक्सपायर होने पर नए सिरे से आवेदन करने वालों को ध्यान देने की जरूरत है। पुराने पासपोर्ट की जानकारी छिपाने पर उनकी फाइल फंस जाएगी। ऐसे में पासपोर्ट बनवाने के लिए चक्कर काटने पड़ेंगे।
इसके अलावा स्थायी और वर्तमान पता गलत भरने पर भी लोगों के पासपोर्ट की फाइल फंस जाती है। ऐसे में पासपोर्ट कार्यालय ने लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
कुछ लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन बाद में पासपोर्ट बनवाने नहीं पहुंचते हैं। कुछ दिन बाद वह फिर से पासपोर्ट बनवाने का आवेदन करते हैं। इस दौरान वह पूर्व में किए गए आवेदन के बारे में जानकारी नहीं देते हैं।
इस वजह से भी उनके फाइल फंस जाती है। कुछ लोग शिक्षित और अशिक्षित का कालम भरते समय गलती करते हैं। आवेदक वर्तमान व स्थायी पता गलत भरता है तो इसे जान बूझकर की गई गलती मानी जाती है। इससे आवेदन निरस्त कर दिया जाता है।
साथ ही पासपोर्ट एक्ट के तहत वह कार्रवाई के दायरे में भी आ जाता है। ऐसे आवेदक को भविष्य में पासपोर्ट बनवाने में परेशानी सामना करना पड़ता है। 13 जनपदों के आवेदकों में से गलत जानकारी देने वालों की ज्यादा संख्या गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के आवेदकों की अधिक है।
गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले दोनों जनपदों में ऐसे नौकरी पेशा लोगों की संख्या ज्यादा है जो मूलरूप से कहीं और के निवासी हैं और रहते इन जनपदों में हैं। ये लोग वर्तमान व स्थायी पते में से एक पता गलत भरते हैं।
कोई स्थायी पते को ही वर्तमान पता भर देता है तो कोई वर्तमान पते को स्थायी पता। पुलिस सत्यापन के बाद रिपोर्ट गलत आती है तो उनका आवेदन निरस्त कर दिया जाता है।
गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली जिले आते हैं।
यह भी पढ़ें- गाजियाबाद की एयर क्वालिटी हुई बेहद खराब, रेड जोन में पहुंची इंदिरापुरम और वसुंधरा की हवा
पासपोर्ट बनवाने समय जो लोग पुराने पासपोर्ट की जानकारी नहीं देते हैं उनका आवेदन निरस्त हो जाता है। ऐसे में आवेदन करते समय इस बात का ध्यान रखें।
- अनुज स्वरूप, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, गाजियाबाद

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।