विस्फोट होते ही गांव से भाग गया था नितिन, पुलिस ने लिया हिरासत में
जागरण संवाददाता मोदीनगर बखरवा गांव की घनी आबादी में अवैध तरीके से पटाखा फैक्ट्री चलाने व
जागरण संवाददाता, मोदीनगर:
बखरवा गांव की घनी आबादी में अवैध तरीके से पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले आरोपित नितिन के खिलाफ पुलिस ने देर रात हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली। आरोपित की तलाश में पुलिस की तीन टीमों को लगाया गया था। हालांकि, सोमवार तड़के ही पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है। ज्ञात हो कि रविवार को करीब साढ़े तीन बजे बखरवा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ। हादसे का भयावह रूप देख नितिन ने वहां से निकलने में ही अपनी भलाई समझी और बाइक लेकर वहां से फरार हो गया। आरोपित ने अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया। हालांकि सोमवार तड़के ही पुलिस ने उसे दबिश देकर हिरासत में ले लिया। उधर, देर रात तक पुलिस टीम शवों को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचवाने के साथ ही गांव में शांति व्यवस्था बनाने में जुटी रही। यही वजह रही कि तहरीर न मिलने के कारण मामले में रिपोर्ट दर्ज करने में पुलिस को देरी हो गई। पुलिस ने मृतक पिकी के पिता परमानंद से तहरीर देने को कहा। परमानंद ने आरोपित नितिन के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर मिलते ही पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली। ज्ञात हो कि डीएम से आदेश मिलने के बाद पुलिस प्रशासन आरोपित नितिन के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में भी जुट गया है। आरोपित के खिलाफ साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। सीओ प्रभात कुमार ने बताया कि आरोपित नितिन को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में उसने बताया कि उसने फैक्ट्री संचालन की किसी भी विभाग से कोई अनुमति नहीं ली थी। आरोपित के कृत्य से समाज में शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हुआ। इसलिए रासुका के तहत भी आरोपित पर कार्रवाई होगी। -घर पर लगा ताला, पशु भी भूखे:
घटना के बाद आरोपित ही नहीं, उसके परिवार के सभी लोग फरार हो गए। उसके मकान पर ताला लटका है और उसके पशुओं को रविवार से ही चारा तक नहीं मिला है।
अकेला नहीं कर सकता इतना बड़ा काम:
ग्रामीणों की माने तो यह काम नितिन अकेला नहीं करता था। इस मामले में उसका साथ फरूखनगर का एक पटाखा कारोबारी देता था। जन्मदिन पार्टी में इस्तेमाल होने वाली मोमबत्ती और फुलझड़ी के नाम पर आरोपित बम और पटाखे बनाता था। फैक्ट्री के अलावा कच्चा माल उपलब्ध कराकर आरोपित गांव के 20 से ज्यादा घरों में इस काम को दिहाड़ी पर कराता था। यहां तक कि रोरी गांव में भी एक मकान में पटाखे बनाने का काम चल रहा था। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जो भी प्रकरण में शामिल होगा उसके खिलाफ साक्ष्य जुटाकर कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।