कौन थे राजपाल त्यागी? इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी के विराेध में 18 दिन तक जेल में रहे थे दिग्गज नेता
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हिंडन घाट पर किया गया। राजपाल त्यागी मुरादनगर विधानसभा सीट से कई बार विधायक रहे और विभिन्न दलों से चुनाव जीते। उन्होंने मंत्री के रूप में भी कार्य किया और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे।

जागरण संवाददाता, मुरादनगर। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके राजपाल त्यागी का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे और वह एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। निधन के बाद दोपहर को अंतिम दर्शन के लिए उनके शव को लोहिया नगर स्थित आवास पर लाया गया। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका हिंडन घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
बागपत के मुकारी ग्राम में 10 जनवरी 1947 में जन्मे राजपाल त्यागी पहली बार 1989 में हुए चुनाव में मुरादनगर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए। इसके बाद 1991 के मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की।
छठी बार बसपा के टिकट पर चुनाव जीते
तीसरी बार 1996 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते। चौथी बार 2002 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते, पांचवी बार निर्दलीय और छठी बार बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी का विरोध करने पर गिरफ्तार किए गए और 18 दिन मेरठ की जेल में बंद रहे।
मुलायम की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे
प्रदेश में मायावती की सरकार में राज्यमंत्री और मुलायम की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। सियासत की दुनिया में कदम रखने से पहले वह कृषि और वकालत करते थे। 1975-76 में वह जिला बार एसोसिएशन में सचिव और 1976-77 में अध्यक्ष रहे।
जिला कांग्रेस कमेटी में महामंत्री और अध्यक्ष रहे। जिला खेतिहर मजदूर कांग्रेस फ्री लीगल कमेटी में गाजियाबाद के संयोजक रहे, 1997-98 में त्रयोदश विधानसभा की याचिका समिति में सदस्य रहे। वह भारत रूस सांस्कृतिक कार्यक्रम के सचिव भी रहे और कुशलपाल त्यागी स्मृति ट्रस्ट में संस्थापक ट्रस्टी भी रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।