गाजियाबाद के इस इलाके में पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं लोग, शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं
ट्रांस हिंडन में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायतें बढ़ रही हैं। निवासियों का आरोप है कि नगर निगम उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा। वैशाली और कड़कड़ मॉडल में घरों में दूषित पानी घुसा जिससे लोगों को परेशानी हुई। पाइपलाइन टूटने से पानी बर्बाद हो रहा है और शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। निवासियों ने नगर निगम अधिकारियों पर उनकी बात न सुनने का आरोप लगाया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने आईजीआरएस और निगम के शिकायत पंजीकरण ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है, अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से बात की है और लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। नवरात्रि के पहले दिन वैशाली वार्ड 77 और कड़कड़ मॉडल में घरों में दूषित पानी घुस गया।
वैशाली वार्ड 77 सेक्टर 3एफ के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि इलाके में पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। कभी गंगाजल की आपूर्ति बाधित होती है तो कभी दूषित पानी घरों में घुस जाता है। सोमवार सुबह, नवरात्रि के पहले दिन, मकान संख्या 826 और 920 के बीच वाली गली में सीवर जैसा पानी घरों में घुस गया। इससे निवासियों को असुविधा हुई और उन्हें नहाने या पूजा करने लायक पानी नहीं मिल पाया।
पिछले तीन दिनों से गंगाजल की आपूर्ति बाधित है। उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इसी तरह, सोमवार को कड़कड़ मॉडल में भी घरों में गंदा और खारा पानी घुस गया।
स्थानीय निवासी अरुण तोमर ने बताया कि उन्होंने पहले भी आईजीआरएस और अन्य पोर्टल पर पानी की समस्या की शिकायत की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई। त्योहारों के मौसम में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने से पानी की बर्बादी
पिछले हफ़्ते, बिजली निगम ने वसुंधरा सेक्टर 1 एलआईजी कॉलोनी में शहीद भगत सिंह पार्क के पास, मकान संख्या 403 के सामने, मौजूदा पानी की लाइन के ठीक ऊपर एक नया बिजली का खंभा लगा दिया। स्थानीय निवासी रीना सिंह ने बताया कि जिस दिन कर्मचारी खंभा लगाने आए थे, उसी दिन उन्हें पाइपलाइन के बारे में बताया गया था, लेकिन उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की।
अब, क्षतिग्रस्त पाइपलाइन के कारण पानी की बर्बादी हो रही है। लोगों ने 112 पर कॉल किया और पुलिस को बुलाया गया। लोगों को समझाने के बाद पुलिस चली गई। विशाखा सिंह ने बताया कि विरोध के बावजूद, बिजली विभाग के कर्मचारियों ने खंभा लगा दिया। ट्रांस हिंडन आरडब्ल्यूए फेडरेशन के अध्यक्ष कैलाश चंद्र शर्मा ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की है।
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