UP में ओमान जैसी धाक... मर्सिडीज पर स्पेशल नंबर प्लेट, हाई कमिश्नर बन मांगा प्रोटोकॉल और फिर हो गया ये खेला
गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। खुद को ओमान का हाई कमिश्नर बताने वाले एक रिटायर्ड प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने मर्सिडीज कार पर राजदूतों के वाहन जैसी नंबर प्लेट लगा रखी थी। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने मथुरा और फरीदाबाद में भी हाई कमिश्नर बनकर प्रोटोकॉल लिया था। आगे विस्तार से जानिए पूरा मामला।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में कौशांबी पुलिस ने ओमान का हाई कमिश्नर बनकर प्रोटोकॉल लेने आए आरोपी को दबोच लिया। पकड़ा गया आरोपी दिल्ली के लाजपत नगर निवासी डॉ. कृष्ण गोपाल राणा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी उच्च शिक्षित है और आगरा यूनिवर्सिटी से वर्ष 2015 में जूलोजी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट से रिटायर हुआ है।
मर्सिडीज कार भी बरामद
रिटायरमेंट के बाद वह अपनी विशेषज्ञता के कारण पर्यावरण मंत्रालय में अप्रेजल अथॉरिटी भी रहा है। इसके बाद चार विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर भी रहा। आरोपी से मर्सिडीज कार भी बरामद की गई है।
राजस्थान में एक रिजॉर्ट भी
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल के मुताबिक, कृष्ण गोपाल राणा आगरा यूनिवर्सिटी में 1982 से 2015 तक जूलोजी के प्रोफेसर रहे। उनका आगरा में कृष्णा कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के नाम से कॉलेज और राजस्थान में एक रिजॉर्ट भी है। रिटायरमेंट के बाद आरोपी 2015 से 2018 तक केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में अप्रेजल अथॉरिटी थे, जहां इनका काम पर्यावरण से जुड़ी क्लियरिंग देना था।
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(गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी को मर्सिडीज के साथ गिरफ्तार किया। जागरण फोटो)
इसके बाद 2018 से 2024 तक कुमाऊं यूनिवर्सिटी नैनीताल, वर्ष 2020-21 में अल्मोड़ा रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी, वर्ष 2021-22 में मेवाड़ यूनिवर्सिटी और सबसे आखिर में जयपुर में टेक्निकल यूनिवर्सिटी में वर्ष 2022-24 तक वाइस चांसलर रहा। बीते साल अगस्त में उन्हें इंडिया जीसीसी ट्रेड काउंसिल नामक एनजीओ का सदस्य बनने के बाद ट्रेड कमिश्नर बनाया गया।

उसके बाद से ही वह खुद को हाई कमिश्नर बताकर घूमने लगा और प्रोटोकॉल मांगने लगा। पुलिस का कहना है कि आरोपी का पीए फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।
मथुरा और फरीदाबाद में ले चुका है प्रोटोकॉल
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने नौ मार्च को मथुरा में और बीते वर्ष 12 दिसंबर को फरीराबाद में ओमान का हाई कमिश्नर बताकर प्रोटोकॉल लिया था। स्थानीय पुलिस को उसका पीए मेल पर सूचना देता था कि ओमान के हाई कमिश्नर डॉ. कृष्ण गोपाल राणा विजिट पर आएंगे, उनके लिए नियमानुसार प्रोटोकॉल दिया जाए।

बेटी के यहां जाने के लिए मांगा प्रोटोकॉल पकड़ा गया
आरोपी ने 11 मार्च को कौशांबी सेक्टर-एक निवासी अपनी बेटी के यहां जाने के लिए गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन को मेल कर प्रोटोकॉल मांगा था। पुलिस को शक होने पर ओमान एंबेसी से संपर्क किया गया। वहां से जानकारी दी गई कि उनके यहां कृष्ण गोपाल राणा नामक व्यक्ति का कोई संबंध नहीं है। पुलिस ने लिखित में भी ओमान एंबेसी से जवाब मांगा है।
राजदूतों के वाहन पर लगने वाली नंबर प्लेट अपनी कार पर लगाई
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने अपनी मर्सिडीज कार पर 88 सीडी 01 नंबर प्लेट लगाई हुई थी। अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर हमारे देश में राजदूतों के वाहनों पर लगने वाली सीरीज के पहले दो अंक देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। आरोपी ने जो नंबर प्लेट लगाई, उसमें 88 नंबर ओमान का न होकर लीबिया का है। लीबिया का हमारे देश में दूतावास नहीं है। ऐसे में उसका राजदूत हमारे यहां तैनात ही नहीं है।

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आरोपी बोला, मुझे इंडिया जीसीसी ने बनाया है हाई कमीशन
आरोपी ने प्रेस वार्ता में कहा कि उसे इंडिया जीसीसी ने हाई कमिश्नर बनाया है। ऐसे में उसे नहीं पता यह गलत है या सही है। उसे कहीं रोका भी नहीं गया। आरोपी ने स्वयं को बेकसूर बताया। आरोपी एमएससी, पीएचडी और डीएससी (डॉक्टर ऑफ साइंस) है।
डीसीपी ने बताया है कि आरोपी ने पूछताछ में खुद को चार यूनिवर्सिटी का वीसी रहना बताया था। पुलिस को कुमाऊं यूनिवर्सिटी और जयपुर टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने अपने यहां का कार्यकाल कंफर्म कर दिया है। अल्मोड़ा और मेवाड़ से अभी जवाब नहीं मिला है। पर्यावरण मंत्रालय से भी पुलिस को अभी जवाब नहीं मिला है।

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