गाजियाबाद में करंट लगने से तीन कामगारों की दर्दनाक मौत, हाईटेंशन तार के संपर्क में आई थी लोहे की ट्रॉली
सिद्धार्थ विहार आवासीय योजना स्थित टी होम्स की साइट पर शुक्रवार को करंट लगने से तीन कामगारों की मौत हो गई है। इजरायल शुभांकर और गोविंद पेंट की ट्राली को ऊपर खींच रहे थे। ट्राली लोहे के तार से बंधी थी। बीच में यह तार विद्युत लाइन से छू गया जिस कारण तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। तीनों पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थ विहार आवासीय योजना स्थित टी एंड टी ग्रुप के टी होम्स की साइट पर शुक्रवार को करंट लगने से तीन कामगारों की मौत हो गई है। हादसा दोपहर बाद करीब दो बजे हुआ। तीनों का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया।
तीन लोगों की हुई मौत
हादसे के बाद एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी और एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने घटनास्थल का जायजा लिया तो पता चला कि कार्य के समय निर्माण कंपनी का सुरक्षा अधिकारी मौके पर नहीं था। विद्युत सुरक्षा विभाग की टीम ने भी जांच की है। मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) में इमाम नगर के इजरायल एसके और शमशेरगंज के शुभांकर और गोकुल की मौत हुई है।
तीनों टी होम्स की साइट पर काम कर रहे थे, जहां निर्माण के बाद रंगरोगन व अन्य कार्य पूरे किए जा रहे हैं। शुक्रवार को तीनों 26वें तल पर सहकर्मी राहुल के साथ मौजूद थे। राहुल ने बताया कि वे पेंट की ट्राली को ऊपर खींच रहे थे। तभी वह नीचे कुछ सामान लेने आए। अचानक ट्राली धड़ाम से जमीन पर गिरी। दौड़कर ऊपर पहुंचे तो तीनों साथी अचेत पड़े थे। अस्पताल ले जाने पर इन्हें मृत घोषित कर दिया।
राहुल का कहना था कि ट्राली लोहे के तार से बंधी थी, जो बीच में किसी तल पर विद्युत लाइन से छू गया। पुलिस की शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि कार्य के लिए स्वचालित केबल कार लगी है। इसी के जरिये पेंट व अन्य सामान ऊपर पहुंचाया जा रहा था। शुक्रवार को केबल कार को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा रहा था। शिफ्टिंग के दौरान केबल कार की विद्युत आपूर्ति काट दी जाती है। तीनों ट्राली को ऊपर खींच रहे थे कि तभी इसमें करंट आ गया।
पुलिस दर्ज करेगी रिपोर्ट!
कामगार जिस तार को ऊपर खींच रहे थे वह लोहे का है। विद्युत तार आदि के काम में कामगारों को ऐसे ग्लव्स दिए जाते हैं, जिनसे कि करंट न लगे। यदि तीनों के पास ये ग्लव्स होते तो तीनों की जान बच सकती थी। पर्यवेक्षण में लापरवाही भी सामने आई है। हादसे की वजह के बारे में भी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया। इसीलिए पुलिस की सूचना पर विद्युत सुरक्षा की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन की। यदि विद्युत सुरक्षा विभाग कार्य स्थल पर लापरवाही की रिपोर्ट देता है तो पुलिस स्वत: संज्ञान लेकर रिपोर्ट दर्ज करेगी।
मृतकों के स्वजन ने गाजियाबाद पहुंचने में तीन दिन लगने की बात कही, जिस कारण एंबुलेंस से तीनों के शव पैतृक निवास पहुंचाने की व्यवस्था की है। फिलहाल शिकायत नहीं मिली है। मौके पर सुरक्षा अधिकारी नहीं थे। यदि विद्युत सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट में लापरवाही मिलती है तो पुलिस की ओर से इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। - अजय कुमार मिश्र, पुलिस कमिश्नर
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