Good News: पासपोर्ट के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर बदला नियम, अब नहीं लगाने होंगे थाने के चक्कर
पासपोर्ट के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर नियम बदल गया है। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को आसान बनाने की पहल की है।अब बीट कॉन्स्टेबल खुद लोगों के घर जाकर दस्तावेज लेंगे और हस्ताक्षर कराएंगे जिससे लोगों का समय बचेगा और थाने के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी। नई व्यवस्था से पुलिस उगाही पर भी लगाम लग सकेगी।

विकास वर्मा, मोदीनगर। पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन के लिए अब लोगों को थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में अब पुलिस खुद लोगों के घर पहुंचकर उनका वेरिफिकेशन करेगी। जरूरी दस्तावेज लेकर मौके पर ही व्यक्ति के हस्ताक्षर कराए जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी बीट कॉन्स्टेबल को दी गई है। इससे लोगों का समय बचेगा।
रोज आते हैं कितने पासपोर्ट वेरिफिकेशन?
घर बैठे ही पुलिस वेरिफिकेशन हो सकेगा। पासपोर्ट बनवाने के लिए पासपोर्ट कार्यालय से संबंधित थाने में पुलिस वेरिफिकेशन भेजा जाता है। जिसमें व्यक्ति के आपराधिक इतिहास समेत अन्य की जानकारी मांगी जाती है। बात करें केवल मोदीनगर, मुरादनगर, निवाड़ी व भोजपुर थाने की तो प्रतिदिन 30 से 40 पासपोर्ट वेरिफिकेशन आती हैं।
पहले क्या था नियम?
अब से पहले नियम था कि पुलिसकर्मी व्यक्ति को कॉल कर थाने बुलाता था। थाने जाकर व्यक्ति को अपने दस्तावेज, फोटो आदि देने हाेते थे। ऐसे में उनका समय भी खराब होता था, लेकिन पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में अब इस प्रणाली को बदला गया है।
प्रत्येक बीट कॉन्स्टेबल को पासपोर्ट वेरिफिकेशन घर जाकर कराने की जिम्मेदारी दी गई है। बीट कॉन्स्टेबल थाने से वेरिफिकेशन लेकर व्यक्ति के घर जाएंगे तो हाथों-हाथ वेरिफाई कर थाने में दस्तावेज जमा करेंगे। मोदीनगर सर्किल में यह कार्य शुरू भी हो गया है।
पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर अवैध उगाही के लगते थे आरोप
थाने में पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर लोगों से अवैध उगाही के भी आरोप लगते थे। इस तरह के कई मामले सामने आए थे। जिसमें वेरिफिकेशन के नाम पर 500 या 1000 रुपये लिए जाते थे। अब घर जाकर वेरिफिकेशन में यह अवैध उगाही भी कम होगी। लोगों को राहत मिलेगी। चर्चा है कि इसको लेकर पिछले दिनों पुलिस की क्राइम बैठक में भी विचार हुआ था।
इस संबंध में मोदीनगर एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि बीट कॉन्स्टेबल को ही पासपोर्ट वेरिफिकेशन की जिम्मेदारी दी गई है। घर जाकर वेरिफिकेशन कराना भी शुरू कर दिया है। थाना प्रभारियों को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।