गाजियाबाद नगर निगम के स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सिस्टम पर एनएचएआई की नजर, देश भर के हाईवे में लागू करने की योजना
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) गाजियाबाद नगर निगम की तर्ज पर अपनी सड़कों पर सेंट्रल कंट्रोल मॉनीटरिंग (सीसीएम) सिस्टम लगाने की सोच रहा है। इसके लिए एनएचएआई ने नगर निगम से फीडबैक लिया है। निगम पहले से ही इस सिस्टम से लाइटों का संचालन कर रहा है जिससे बिजली की बचत होती है और लाइटों की निगरानी आसान हो जाती है। यह सिस्टम लाइटों को एप से नियंत्रित करता है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) देशभर में अपनी सड़कों पर स्ट्रीट लाइट सिस्टम को बदलने पर विचार कर रहा है। एनएचएआई की गाजियाबाद नगर निगम की तर्ज पर सेंट्रल कंट्रोल माॅनीटरिंग सिस्टम के तहत संचालित करने की योजना है।
इस संबंध में एनएचएआई के अधिकारियों ने नगर आयुक्त और नगर निगम के प्रकाश विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की है। बैठक में निगम से इस सिस्टम की सफलता का फीडबैक लिया। इस सिस्टम के लाइटों को मोबाइल पर एप से ऑन-ऑफ करने के साथ निगरानी आसान होगी।
नगर निगम प्रकाश विभाग के इंजीनियर आश कुमार ने बताया कि नगर निगम ने अपने गाजियाबाद के एलिवेटेड रोड और हिंडन एयरपोर्ट रोड पर सीसीएम सिस्टम के तहत लाइटों को जलाया जा रहा है। प्रथम चरण में प्रकाश विभाग द्वारा 5000 से लाइटों को सिस्टम के तहत एप से जोड़ा गया है।
पहले चरण के सफल होने पर प्रकाश विभाग दूसरे चरण में शहर की 30 हजार स्ट्रीट लाइट को सिस्टम से जोड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके माध्यम से प्रकाश विभाग 24 घंटे स्ट्रीट लाइट पर नजर रखता है। विभाग को खराब लाइट की तत्काल जानकारी मिल जाती है।
जिसे समय पर ठीक करा दिया जाता है। लाइटों को मैनुअली ऑन-ऑफ नहीं किया जाता है। इस सिस्टम को अपनाने के लिए पूर्व में भी एनएचएआई के अधिकारियों ने नगर निगम के साथ बैठक की थी। जिसके बाद एनएचएआई ने बनारस में एक स्थान पर इस सिस्टम को अपनाया था।
जो सफलतापूर्वक काम कर रहा है। आश कुमार ने बताया कि इस सिस्टम पूरे देश में लगाने के लिए एनएचआई ने एक बार फिर फीडबैक लेने के लिए बैठक की है।
वर्चुअल बैठक में देश के अलग-अगल हिस्सों से एनएचएआई के परियोजना निदेशक जुड़े थे। बैठक में बनारस में लगे सिस्टम का भी फीड बैक लिया गया। एनएचएआई सीसीएम सिस्टम से लाइटों को जोड़ने से पहले इसकी सफलता पर गहन अध्ययन कर रहा है।
एप सिस्टम के ये हैं फायदे
- बिजली की बचत होती है
- लाइट को मैनुअली बंद नहीं किया जाता है
- लाइट के खराब होते ही एप पर पता चल जाता है
- लाइट के साथ छेड़छाड़ या चोरी होने का पता चल जाता है।
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