गजब हाल: बिना भुगतान के 100 करोड़ से ज्यादा की बिजली उपभोग कर चुके मुरादनगर के लोग
नगर में घरेलू कनेक्शन की बकाया राशि 37 करोड़ व्यवयायिक में 23 और औद्योगिक कनेक्शन पर 25 करोड़ रुपये बकाया है। इसके अलावा नगर में स्थापित 300 से अधिक हैंडलूम इकाइयों पर भी विद्युत निगम के करीब 12 करोड़ की लेनदारी है। इस प्रकार बकाया रकम 100 करोड़ से अधिक है।

विजयभूषण त्यागी, मुरादनगर। मुरादनगर क्षेत्र के लोग पिछले 10 वर्षों में 100 करोड़ से अधिक की बिजली बिना बिल का भुगतान किये इस्तेमाल कर चुके हैं। विद्युत निगम द्वारा लगातार कार्रवाई करने और चेतावनी देने के बाद भी लोग बिजली के बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं। विद्युत निगम इस प्रकार के लोगों ने आने वाले दिनों में नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा हैं।
मुरादनगर क्षेत्र में विद्युत निगम के करीब 80 हजार उपभोक्ता हैं। उनमें से 45 हजार ग्रामीण और 35 हजार नगरीय क्षेत्र में आते हैं। इन सभी उपभोक्ताओं प्रतिमाह उनके उनके उपभोग के अनुसार बिजली बिल भेजता है, जिसके भुगतान लोग समय पर कर देते हैं।
इसके अलावा क्षेत्र में हजारों की संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो वर्षों से अपने बिजली के बिल का भुगतान नहीं कर हैं। इनमें घरेलू से लेकर व्यवसायिक और हैंडलूम संचालक शामिल है। निगम के अधिकारियों के अनुसार इस प्रकार के लोगों पर बकाया राशि 100 करोड़ से अधिक हैं, जो कि हर माह बढ़ती ही जा रही है। अधिकारियों का कहना है आने वाले समय में भी यह रकम और भी बढ़ सकती है।
बिजली चोरी भी बनी हुई है विद्युत निगम की समस्या
बकाया भुगतान के अलावा नगर में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की जा रही है। कुछ कर्मी सुविधाशुल्क लेकर बिजली चोरों को संरक्षण देते हैं। इससे न केवल विद्युत निगम को प्रतिमाह करोड़ों की रुपये की आर्थिक हानि रही बल्कि सत्यनिष्ठा के साथ समय पर बिल देने वाले उपभोक्ता भी खुद को ठगा हुआ अनुभव करते हैं।इसके अलावा कई बार उपभोक्ताओं से लेकर उनकी मीटर से छेड़छाड़ करके उसकी धीमे किये जाने की मामले सामने आये हैं।
बिल माफी के इंतजार में है, अधिकतर बकायेदार
जानकारी करने पर एक बकायेदार ने बताया वह और उसके जैसे बहुत से लोग शासन द्वारा बिजली के बिल माफ किये जाने का इंतजार कर रहे हैं। पूर्व में भी देखा गया है कि चुनाव से पहले सरकार बिजली बिल व दूसरे प्रकार के बिलों को माफ कर देती हैं।
इसके अलावा नगर में कई बड़े बकायेदारों को राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ है। इसलिए अधिकारी भी इस प्रकार के लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने में असहजता का अनुभव करते हैं।
बकायेदार विद्युत निगम के लिए परेशानी बन चुके हैं। इस प्रकार के लोगों की हरकतों का खामियाजा समय से बिल देने वाले उपभोक्ताओं का उठाना पड़ता है। सभी बकायेदरों को विद्युत अधिनियम 2003 के तहज नोटिस भेजकर कार्रवाई की जाएगी।
– दुर्गेश कुमार, अधिशासी अभियंता, मुरादनगर
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