Ghaziabad: तीन तलाक पर पुलिस अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट, न देने आक्रोशित हुईं अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य कुमारी सैयद शहजादी ने बुधवार को कलक्ट्रेट में समीक्षा बैठक की और अल्पसंख्यकों के मामलों में सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को एक मामले में उचित कार्रवाई न करने पर नाराजगी व्यक्त की।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य कुमारी सैयद शहजादी ने बुधवार को कलक्ट्रेट में समीक्षा बैठक की और अल्पसंख्यकों के मामलों में सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को एक मामले में उचित कार्रवाई न करने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 25 लोग एक महिला को सरेआम पीटें और पुलिस कार्रवाई न करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही मामले की विस्तृत रिपोर्ट आयोग को भेजना सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
बैठक की शुरुआत में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य ने जिलाधिकारी और एसएसपी के मौजूद न होने पर नाराजगी व्यक्त की, जिसकी खबर लगते ही प्रमुख सचिव की वीडियो कांफ्रेंसिंग छोड़ जिलाधिकारी बैठक में पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने एसएसपी के व्यस्त होने की वजह बताई तो उन्होंने कहा कि अगली बैठक में उनका मौजूद रहना आवश्यक होगा।
आपराधिक मामलों की मांगी जानकारी
इसके बाद एक-एक कर सभी विभागों से अल्पसंख्यकों के लिए संचालित योजनाओं और लाभार्थियों की संख्या के बारे में जानकारी की। तीन तलाक सहित विभिन्न आपराधिक मामलों में जानकारी करने पर पुलिस विभाग के अधिकारी डाटा नहीं दे सके, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की, निर्देश दिए कि डाटा तैयार कर आयोग में भेजना सुनिश्चित करें।
ये भी पढ़ें- Ghaziabad: कागजों की गड्डी के ऊपर-नीचे नोट रखकर खरीदते सोना, गैंग ने 200 से ज्यादा को बनाया शिकार
महिला को पीटे जाने पर मांगी रिपोर्ट
इसके साथ ही कोतवाली क्षेत्र में पिछले माह एक महिला को पार्किंग के विवाद में 20-25 लोगों द्वारा पीटे जाने के मामले में उन्होंने विवेचनाधिकारी अनंतपाल से, एसपी सिटी तृतीय सुभाष गंगवार से जानकारी की। दोनों अधिकारियों ने बताया कि मामले में दोनों तरफ से मारपीट हुई है, केस दर्ज है। विवेचना प्रचलित है, जिस पर उन्होंने आरोपितों के खिलाफ ठोस कार्रवाई एक माह बाद भी न होने पर नाराजगी व्यक्त की, कहा कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले में आवश्यक कार्रवाई कर रिपोर्ट आयोग को भेजें।
अंत में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि मुसलमानों के एक हाथ में कुरान तो दूसरे में कंप्यूटर हो, वह शिक्षित हों। इसके लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं, ज्यादा से ज्यादा लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।