शहर के आवारा कुत्तों के नगर निगम लगाएगा माइक्रोचिप, मिलेगी वैक्सीनेशन की सटीक जानकारी
गाजियाबाद नगर निगम शहर के आवारा कुत्तों को माइक्रोचिप लगाने जा रहा है। इससे कुत्तों की सही संख्या बंध्याकरण और टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी। चिप को इंजेक्शन से लगाया जाएगा और यह एक डिवाइस से कनेक्ट रहेगी। इस पहल से 2030 तक रेबीज मुक्त भारत के लक्ष्य को मदद मिलेगी और शहर के आवारा कुत्तों का प्रबंधन बेहतर होगा।

आदित्य त्रिपाठी, गाजियाबाद। शहर में कोई ऐसा दिन नहीं होता जिस दिन कोई-कोई न व्यक्ति आवारा कुत्तों को शिकार न हो। आवारा कुत्तों के आतंक से हर कोई परेशान है। इन आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए नगर निगम शहर के आवारा कुत्तों के एक माइक्रोचिप लगाने जा रहा है।
इसके लिए नगर निगम ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं। नगर निगम जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी करके इस योजना को अमलीजामा पहनाएगा। इस माइक्रोचिप के माध्यम से निगम को यह आसानी से पता चल सकेगा कि आवारा कुत्ते का बंध्याकरण हुआ है कि नहीं और उसका वैक्सीनेशन कब हुआ था।
इसके साथ इस चिप के जरिये नगर निगम आवारा कुत्तों को एक डाटा बैंक बनाने में भी मदद मिलेगी। इससे शहर के आवारा कुत्तों की संख्या के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी।
इसके साथ ही शहर में कितने कुत्तों को बंध्याकरण हुआ है और कितने अभी बाकी हैं। इसका डाटा अपडेट रखने में भी नगर निगम को मदद मिलेगी। प्रदेश में आवारा कुत्तों पर इस तरह का प्रयोग करने वाला गाजियाबाद पहला नगर निगम है।
ऐसे लगेगी आवारा कुत्तों के चिप
आवारा कुत्तों के चिप लगाने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सर्जरी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक इंजेक्शन के माध्यम से चिप को आवारा कुत्ते के शरीर में इजेंक्ट कर दिया जाएगा।
उप मुख्य पशु चिकत्सिक एवं कल्याण अधिकारी डा. अनुज ने बताया कि इस विधि से नगर निगम के कर्मचारी सोसायटियों और अन्य क्षेत्रों में जाकर ही आवारा कुत्तों को चिप लगा सकेंगे। इसके लिए उन्हें आवारा कुत्तों को एबीसी सेंटर लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऐसे काम करेगी चिप
यह चिप एक डिवाइस से कनेक्ट रहेगी। जिस भी आवारा कुत्ते के यह चिप लगी होगी उसके शरीर के ऊपर से इस डिवाइस को घुमाया जाएगा तो वह चिप को स्कैन कर लेगी। स्कैन करते ही डिवाइस पर उस आवारा कुत्ते की पूरी जानकारी आ जाएगी।उसका बंध्याकरण हुआ है कि नहीं और उसे कब वैक्सीन लगी थी।
मिशन 2030 को मिलेगी गति
भारत सरकार ने वर्ष 2030 तक आवारा कुत्तों के काटने से होने वाले रेबीज से शून्य मृत्यु का लक्ष्य रखा है। इस माइक्रोचिप के माध्यम से भारत सरकार के इस मिशन को गति मिलेगी क्योंकि इस चिप में वैक्सीनेशन के बारे में भी पूरी जानकारी मिल सकेगी। इससे आवारा कुत्तों का समय पर वैक्सीनेशन हो सकेगा और शहर रेबीज मुक्त हो सकेगा।
आवारा कुत्तों के माइक्रोचिप लगाने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। टेंडर प्रक्रिया जल्द ही पूरी करके कंपनी का चयन किया जाएगा। इसके बाद चिप लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- विक्रमादित्य सिंह मलिक नगर आयुक्त
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