रेलवे स्टेशन पर लड़खड़ा रही ट्रैफिक व्यवस्था, नशे में धुत 'ऑटो बूथ'! यात्रियों को हो रही परेशानी
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर ऑटो और ई-रिक्शा की व्यवस्था के लिए बना ऑटो बूथ एक तमाशा बन गया है। बूथ का उपयोग नहीं हो रहा है और शाम को कुछ लोग इसमें नशा करते हैं। रेलवे स्टेशन पर लड़खड़ा रही ट्रैफिक व्यवस्था के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अवैध रूप से खड़े ऑटो के कारण माल गोदाम का रास्ता भी बंद हो जाता है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। रेलवे स्टेशन पर ई-रिक्शा और ऑटो की व्यवस्था के लिए बनाया गया ऑटो बूथ तमाशा बन गया है। बूथ का उपयोग नहीं हो रहा है। शाम के समय कुछ लोग इसमें बैठकर नशा करते हैं। इसमें बल्ब भी नहीं है। रात में अंधेरा रहता है। ऐसे में यहां ऑटो खड़े करने की व्यवस्था बिगड़ गई है।
रेलवे स्टेशन से शहर के बस स्टैंड व अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग आवागमन करते हैं। जिसके चलते यहां बड़ी संख्या में ऑटो व ई-रिक्शा खड़े होते हैं। ई-रिक्शा के लिए यहां पार्किंग की व्यवस्था की गई है। ऑटो की व्यवस्था पर नजर रखने के लिए ऑटो बूथ बनाया गया है।
बूथ में बैठने की कोई व्यवस्था नहीं
फिलहाल यह बूथ कागजों पर ही चल रहा है। मौके पर यह बूथ हमेशा खाली रहता है। बूथ में बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसमें पंखा व लाइट भी नहीं लगी है। यह बूथ सिर्फ नाम का है। ऑटो व ई-रिक्शा पर किसी का नियंत्रण नहीं है।
आरपीएफ के अधिकारी भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार के पास ऑटो व ई-रिक्शा खड़े करने के लिए पार्किंग बनाई गई है।
ऑटो के लिए बकायदा बोर्ड लगा हुआ है। यहां ऑटो व ई-रिक्शा को कतार में खड़ा करना पड़ता है। चालक यहां ऑटो नहीं खड़े करते हैं। मनमाने तरीके से ऑटो व ई-रिक्शा खड़े किए जाने पर आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानी होती है। ट्रेन से सफर करने वाले शहर के लोगों को काफी परेशानी होती है।
माल गोदाम का रास्ता हो जाता है बंद
रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार से माल गोदाम का रास्ता जाता है। गोदाम तक पहुंचने के लिए भारी वाहन 24 घंटे चलते रहते हैं। सड़क पर अवैध रूप से खड़े ऑटो के कारण रास्ता बंद हो जाता है। ऑटो हटने के बाद भारी वाहन आगे बढ़ते हैं। नियमानुसार रेलवे स्टेशन पर ऑटो चालकों का ड्रेस कोड लागू है, लेकिन ऑटो चालक बिना वर्दी पहने ऑटो चलाते हैं।
स्टेशन के रास्ते में ऑटो और ई-रिक्शा की अव्यवस्था के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ट्रेन पकड़ने की जल्दी में लोग अक्सर इन वाहनों के कारण लेट हो जाते हैं। इससे ट्रेन छूटने का खतरा बना रहता है। इस समस्या के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को स्टेशन के रास्ते पर यातायात व्यवस्था को सुचारू करना चाहिए।
-एमके अग्रवाल, गाजियाबाद।
जब भी मैं रेलवे स्टेशन आता हूं तो ऑटो और रिक्शा गलत जगह पर खड़े होने से परेशानी होती है। सड़क जाम हो जाती है। रेलवे स्टेशन के बाहर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना चाहिए, ताकि आम लोगों को परेशानी न हो।
- ज्ञानेंद्र शर्मा, भोजपुर।
जीआरपी की मदद से अवैध रूप से ऑटो व ई-रिक्शा पार्क करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। ई-रिक्शा व ऑटो चालकों को नियमानुसार काम करने की हिदायत दी गई है।
- चेतन प्रकाश, प्रभारी निरीक्षक, आरपीएफ।
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