Delhi में बिना Helmet बाइक चलाने वाले बढ़े, चार महीने में 2,51,878 लोगों के चालान काटे
दिल्ली में बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों की संख्या बढ़ी है। जनवरी से अप्रैल 2025 तक 2.5 लाख से अधिक चालान काटे गए हैं। सड़क सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस अब चालान काटने के साथ मुफ्त हेलमेट भी देगी। स्ट्रैप न बांधना हेलमेट न पहनने के बराबर माना जाएगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों की संख्या बढ़ी है, जिससे पुलिस के लिए लोगों को यातायात नियमों का पालन कराने की चुनौती बढ़ गई है। इस वर्ष जनवरी से लेकर अप्रैल तक काटे गए चालान यह स्थिति दर्शा रहे हैं।
लोग अपनी जान जोखिम में डालकर बिना हेलमेट वाहन चला रहे हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में मौतों में भी इजाफा हो सकता है। इस साल जनवरी से अप्रैल तक बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने वालों के खूब चालान काटे गए। दिल्ली पुलिस ने बिना हेलमेट पकड़े गए 1,89,015 लोगों के चालान मौके पर काटे, जबकि 62,863 लोगों को ट्रैफिक कैमरों से पकड़ा। इन्हें नोटिस भेजे गए हैं। इनकी कुल संख्या 2,51,878 है।
अप्रैल में Without Helmet पकड़े गए 79,814 लोग
बिना हेलमेट मौके पर पकड़े जाने के बाद चालान की बात करें तो जनवरी में 39,929, फरवरी में 38,985, मार्च में 48,022 और अप्रैल 62,079 चालान काटे गए। इसी तरह जिन लोगों को बिना हेलमेट कैमरों ने पकड़ा, उनमें जनवरी में 13,147, फरवरी में 14,333, मार्च में 17,648 और अप्रैल में 17,735 लोग पकड़े गए, इन सभी को नोटिस भेजा गया है।
दिल्ली पुलिस चालान करने के साथ ही अब देगी हेलमेट
हेलमेट न पहनने वालों की बढ़ती संख्या देखते हुए दिल्ली पुलिस ने नया कदम उठाया है। इसके तहत चालान काटने वक्त लोगों को जागरूक करने के साथ ही उन्हें मुफ्त में हेलमेट भी दिया जाएगा। एक निजी बैंक की ओर से सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत मिलने वाले फंड से एक हजार हेलमेट खरीदने की योजना बनाई गई है।
यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, हेलमेट न पहनने वालों की संख्या कम करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को हेलमेट पहनाने का अभियान लंबे समय से चल रहा है। हाल ही में हेलमेट के सही इस्तेमाल को लेकर एक सर्कुलर भी जारी किया था। इसमें दोपहिया वाहन चालकों और पीछे बैठने वालों दोनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया था।
सड़क दुर्घटनाओं के चौंकाने वाले आंकड़ों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। लोग हेलमेट तो पहन लेते हैं, लेकिन उसका स्ट्रैप नहीं कसते, जो कि गलत है। यह हेलमेट न पहनने के बराबर है। उन्होंने बताया कि जैसे ही लोगों को दूर से ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिखता है, वे तुरंत हेलमेट पहन लेते हैं, लेकिन अक्सर स्ट्रैप नहीं कसते। यह सिर्फ दिखावा है। हकीकत में बिना स्ट्रैप वाला हेलमेट किसी काम का नहीं होता।
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