प्रदूषण से लड़ने के लिए गाजियाबाद नगर निगम तैयार, सड़कों पर तैनात होंगे स्मोक गन के साथ स्प्रे टैंकर
गाजियाबाद नगर निगम ने अक्टूबर में प्रदूषण बढ़ने की आशंका को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है। निगम विभिन्न विभागों के साथ मिलकर काम करेगा और प्रदूषण नियंत्रण के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग करेगा। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में गाजियाबाद की रैंकिंग में सुधार हुआ है और धूल प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय किए गए हैं।

हसीन शाह, गाजियाबाद। अक्टूबर में, प्रदूषण हवा पर अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) बढ़ जाता है। इस वर्ष, नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए बेहतरीन तैयारी की है।
निगम के निर्माण, स्वास्थ्य, जल आपूर्ति और उद्यान विभाग मिलकर प्रदूषण से निपटेंगे। अत्याधुनिक मशीनीकृत रोड स्वीपिंग मशीनें, वाटर स्प्रिंकलर, वाटर कैनन, एंटी-स्मोक गन और वाटर स्प्रे टैंकर प्रदूषण को खत्म करेंगे।
इस वर्ष, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में पाँचवें और देश में 12वें स्थान पर रहा। पिछले साल यह 18वें स्थान पर था। नगर निगम ने पिछले साल वायु प्रदूषण कम करने के लिए तैयारी की थी। धूल प्रदूषण उड़ने वाली धूल से होता है।
परिणामस्वरूप, निगम ने सड़क निर्माण पर ₹131 करोड़ खर्च किए। पिछले दो वर्षों में, डंपिंग ग्राउंड को खत्म करने के लिए लगभग 2,50,000 पेड़ लगाए गए। इसका वायु गुणवत्ता में सुधार पर प्रभाव पड़ा है। इस बार, नगर निगम ने बेहतर तैयारी की है।
सड़कों पर नियमित छिड़काव जारी रहेगा। शहर में पानी के छिड़काव वाले धुआं-रोधी बंदूकों से लैस 10 आधुनिक वाहन चलाए जाएंगे।
इस साल अब तक कितने दिन हवा किस श्रेणी में रही
महीना | साफ | संतोषजनक | मध्यम | खराब | बहुत खराब |
---|---|---|---|---|---|
जनवरी | 00 | 02 | 13 | 11 | 04 |
फरवरी | 00 | 18 | 07 | 03 | 00 |
मार्च | 00 | 01 | 11 | 16 | 03 |
अप्रैल | 00 | 01 | 16 | 13 | 00 |
मई | 00 | 07 | 21 | 03 | 00 |
जून | 00 | 11 | 18 | 01 | 00 |
जुलाई | 03 | 21 | 07 | 00 | 00 |
अगस्त | 01 | 19 | 11 | 00 | 00 |
सितंबर | 02 | 06 | 08 | 00 | 00 |
कुल | 06 | 86 | 112 | 47 | 07 |
प्रत्येक वर्ष कितने दिन हवा साफ और गंभीर श्रेणी में रही है?
वर्ष | स्वच्छ | गंभीर |
---|---|---|
2020 | -13 | -24 |
2021 | -10 | -22 |
2022 | -12 | -02 |
2023 | -10 | -03 |
2024 | -15 | -03 |
2025 | -06 | -00 (16 सितंबर तक) |
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आधार पर वायु गुणवत्ता रैंकिंग
AQI | रैंकिंग |
---|---|
0 से 50 | अच्छा |
51 से 100 | संतोषजनक |
101 से 200 | मध्यम |
201 से 300 | खराब |
301 से 400 | बहुत खराब |
401 से ऊपर | गंभीर |
जिले में प्रदूषण के मुख्य कारण
- बड़ी संख्या में अवैध कारखानों से निकलने वाला धुआं।
- टूटी सड़कों से धूल।
- भारी यातायात के कारण यातायात जाम।
- जिन वाहनों की वैधता समाप्त हो चुकी है, उनका संचालन।
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