DME पर सिपाही की मौत के बाद ट्रैफिकर्मियों में गुस्सा, बिना सुरक्षा तेज रफ्तार मार्गों पर ड्यूटी से किया इनकार
गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक ट्रैफिक सिपाही की मौत के बाद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों में गुस्सा है। वे तेज रफ्तार मार्गों पर सुरक्षा की कमी के कारण ड्यूटी करने से इनकार कर रहे हैं और एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी प्वाइंट समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सिपाही की कार की टक्कर से हुई मौत के बाद ट्रैफिकर्मियों में नाराजगी है। ट्रैफिकर्मियों ने अधिकारियों से तेज रफ्तार एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी प्वाइंट समाप्त करने की मांग की है।
उनका कहना है कि जब दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर मेरठ पुलिस और दिल्ली पुलिस की ड्यूटी नहीं है तब गाजियाबाद पुलिस की विभिन्न स्थानों पर ड्यूटी क्यों लगाई गई है। अधिकारियों ने एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी स्थानों पर सुरक्षा के साथ काम करने के लिए कहा है।
जनपद को प्रयागराज से सोमवार को ही 200 नए बैरियर मिले हैं। इनका उपयोग एक्सप्रेसवे और हाइवे पर किया जाएगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार शाम तेज रफ्तार अर्टिगा कार ने आइपीईएम के सामने स्थित निकास प्वाइंट पर ड्यूटी कर रहे ट्रैफिक सिपाही विपिन कुमार को करीब 120 किमी की रफ्तार से आकर टक्कर मार दी।
हादसे में गंभीर रूप से घायल सिपाही ने मणिपाल अस्पताल में शनिवार देर रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने कार चालक सदरपुर निवासी विनीत और उसके चचेरे भाई सुमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस मामले में सिपाही की मौत के बाद पुलिस ने हत्या की धारा जांच में बढ़ा दी है। दोनों आरोपितों के बयान के साथ ही ड्यूटी पर घटना के समय मौजूद सिपाही प्रदीप कुमार के भी बयान लिए गए हैं। मामले की जांच विजयनगर थाना प्रभारी कर रहे हैं।
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दिल्ली में कहां हुआ विवाद स्पष्ट नहीं
एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आरोपितों का दिल्ली में कहां विवाद हुआ था। सिर्फ उन्होंने यह बताया कि उनका दिल्ली में ट्रैफिककर्मी से विवाद हुआ था। मेडिकल में दोनों के नशे में होने की पुष्टि नहीं हुई है। सुमित ने नई कार 13 अगस्त को ही ली थी।
लोगों के भद्दे कमेंट से गुस्से में जवान
यातायातकर्मी की मौत का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद लोगों के कमेंट भी आ रहे हैं। कुछ लोगों ने सिपाही विपिन की मौत पर अभद्र टिप्पणी की है।
एक यूजर ने यहां तक लिखा है कि हादसे के समय दूसरा सिपाही भी मौके पर होना चाहिए था जिससे वह भी न बच पाता। ट्रैफिककर्मियों के बीच सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज वायरल हो रहे हैं। इससे जवानों में नाराजगी है।
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