'आरटीओ गाजियाबाद से हो परमिट का नवीनीकरण', टूर एंड ट्रेवल कारोबारियों ने उठाई मांग
गाजियाबाद के टूर और ट्रैवल कारोबारियों ने ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट के नवीनीकरण को गाजियाबाद कार्यालय से कराने की मांग की है। उनका कहना है कि लखनऊ जाकर नवीनीकरण कराने से समय और आर्थिक नुकसान होता है जिससे छोटे कारोबारियों पर असर पड़ता है। पहले यह सुविधा गाजियाबाद में ही उपलब्ध थी लेकिन अब लखनऊ जाना पड़ता है जिससे परेशानी हो रही है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। टूर एंड ट्रेवल कारोबारियों ने ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट के नवीनीकरण गाजियाबाद स्थित कार्यालय से काराए जाने की मांग की है। कारोबारियों का कहना है कि लखनऊ में नवीनीकरण के लिए जाने से समय और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इसका सीधा असर छोटे कारोबारियों पर पड़ रहा है।
कारोबारियों ने बताया कि टूर एंड ट्रेवल्स वालों का आल यूपी परमिट (पांच साल) और आल इंडिया परमिट का कुछ साल पहले तक गाजियाबाद में ही आरटीओ कार्यालय से नवीनीकरण हो जाता था। पिछले कुछ सालों से लखनऊ जाकर यह काम कराना पड़ रहा है।
छोटे ट्रेवल्स वाले बार-बार लखनऊ के चक्कर नहीं लगा सकते। एजेंट इस काम के लिए दोगुनी से तिगुनी रकम मांगते हैं। इसके अलावा आल इंडिया टूरिस्ट परमिट फार्म-2 (एक साल वाला) ऑनलाइन हो जाता था, लेकिन पिछले कुछ समय इसे आनलाइन पर भी नहीं करा पा रहे हैं।
एआरटीओ प्रशासन मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कुछ साल से यह व्यवस्था लखनऊ से ही संचालित हो रही है। इस पर उच्च अधिकारी ही निर्णय ले सकते हैं।
कई कारोबारियों के परमिट खत्म हो चुके हैं। ऐसे में लखनऊ जाकर समय भी काफी लगता है और कारोबार प्रभावित होता है। इसकी गाजियाबाद कार्यालय में फिर से व्यवस्था करनी चाहिए।
- रोबिन त्यागी, टूर एंड ट्रेवल्स कारोबारी
छोटे कारोबारी लखनऊ जाते हैं तो परमिट नवीनीकरण में एक से दो दिन भी लग जाते हैं। इसके बाद वहां रहना, खाना इसका खर्च अलग है। आनलाइन के जमाने में व्यापारियों को नवीनीकरण के लिए दौड़ना पड़ रहा है।
- लवकुश, टूर एंड ट्रेवल्स कारोबारी
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