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    साहिबाबाद में सात थानों की थानेदार बनीं बेटियां, घरेलू हिंसा से लेकर साइबर क्राइम तक सुनीं शिकायतें

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 06:53 PM (IST)

    गाजियाबाद के ट्रांस हिंडन में छात्राओं ने एक दिन के लिए थाना प्रभारी का पद संभाला। उन्होंने शिकायतें सुनीं पुलिसकर्मियों की समस्याओं पर ध्यान दिया और क्षेत्र का निरीक्षण किया। छात्राओं ने घरेलू हिंसा और साइबर अपराध के मामलों में काउंसलिंग भी की। डीसीपी ने उन्हें सम्मानित किया और कुछ छात्राओं ने पुलिस सेवा में शामिल होने की इच्छा जताई। लोनी के थानों में भी छात्राओं ने कमान संभाली।

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    पांच घंटे की थानेदार ने पुलिस की समस्या को लेकर डीसीपी को लिखा पत्र

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। ट्रांस हिंडन के सात थानों में जब सुबह 10 बजे स्कूल-काॅलेज की छात्राओं ने थाना प्रभारी का चार्ज संभाला तो पुलिसकर्मी व फरियादी सभी आश्चर्यचकित थे। छात्राओं ने बकायदा थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठकर न केवल की शिकायतें सुनी बल्कि पुलिसकर्मियों की समस्या पर भी गौर किया। पांच घंटे तक थाना प्रभारी बनने के बाद न केवल उनके मन से स्वयं पुलिस के प्रति डर कम हुआ बल्कि पुलिस के प्रति मन में गलतफहमी भी दूर हुई।

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    कई तरह के मामलों पर किया निर्णय

    छात्राओं ने बकायदा उन्होंने थाने के भ्रमण से लेकर क्षेत्र में पेट्रोलिंग, पिंक बूथ निरीक्षण से लेकर वाहनों के चालान तक किए। एक छात्रा ने तो पुलिसकर्मियों की आवास संबंधी व ड्यूटी से संबंधित समस्या सुनकर डीसीपी को पत्र लिखकर समस्या के निराकरण की मांग तक कर दी। कई छात्राओं ने पुलिसकर्मियों के अवकाश संबंधी प्रार्थनापत्रों पर संस्तुति भी की। वहीं, एक छात्रा ने दहेज उत्पीड़न के एक मामले में एफआईआर दर्ज करने की संस्तुति की।

    पुलिस ने छात्राओं को किया सैल्यूट

    टीला मोड़ थाने में 12वीं की छात्रा निशा ने पुलिसकर्मियों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को जाना। निशा ने पुलिसकर्मियों की ड्यूटी टाइमिंग और आवास की समस्या को लेकर डीसीपी को पत्र भी लिखा। पत्र में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी शिफ्टवार करने की संस्तुति करने के साथ उनके आवास की समस्या के समाधन के लिए प्रयास करने के लिए कहा। थानों में छात्राओं के आगे सबसे अधिक शिकायतें घरेलू हिंसा व साइबर क्राइम की आईं। घरेलू हिंसा के मामलों में उन्होंने दोनों पक्षों की काउसलिंग भी की। थाने पहुंचते ही पुलिसकर्मियों ने उन्हें सलामी दी और बकायदा छात्राओं ने एक अधिकारी की तरह उनकी सलामी स्वीकार की।

    डीसीपी को किया तलब

    छात्रा सपना तोमर साहिबाबाद थाने की प्रभारी बनीं। लिंक रोड थाने की प्रभारी 10वीं की छात्रा पीहू अग्रवाल बनीं। टीला मोड़ थाने पर 12वीं की छात्रा निशा ने पांच घंटे तक कमान संभाली। शालीमार गार्डन थाने पर 12वीं की छात्रा अनुष्का प्रभारी एसएचओ रहीं। 11वीं कक्षा की छात्रा विदुषी ने इंदिरापुरम थाने की कमान संभाली। सीए की छात्रा कृतिका शर्मा ने खोड़ा थाना प्रभारी रहीं।

    11वीं की छात्रा त्रिशा को कौशांबी थाने का प्रभार दिया गया। बाद में सभी छात्राओं को डीसीपी ट्रांस हिंडन ने अपने ऑफिस बुलाया और छात्राओं ने उनके समक्ष अपने अनुभव साझा किए। कुछ छात्राएं जो भविष्य में अलग फील्ड में जाना चाहती थीं, उन्होंने अब पुलिस की सेवा में आने का मन बनाया। डीसीपी ने सभी छात्राओं को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।

    लोनी के चार थानों में छात्राओं ने संभाली कमान

    लोनी के चार थानों की कमान भी बृहस्पतिवार को छात्राओं ने संभाली। लोनी बार्डर थाने में 12वीं की छात्रा पूर्वी राठी ने कमान संभाली। ट्रोनिका सिटी थाना प्रभारी 12वीं की छात्रा गायत्री सिंह बनीं। लोनी थाने की जिम्मेदारी छात्रा ज्योति विश्वास ने संभाली और अंकुर विहार थाना की प्रभारी छात्रा माही भारद्वाज बनीं।

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