गाजियाबाद में छात्राएं बनी पुलिस अधिकारी, कुर्सी पर बैठ फरियादियों को कार्रवाई का दिया भरोसा
Ghaziabad news गाजियाबाद में मिशन शक्ति के तहत स्कूली छात्राओं को एक दिन के लिए पुलिस अधिकारी बनाया गया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और एसीपी कार्यालयों में छात्राओं ने फरियादियों की शिकायतें सुनीं और पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए। छात्राओं ने इस दौरान कार्यालय में घूमकर पुलिस की कार्यप्रणाली को नजदीक से जाना।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मंगलवार को पुलिस अधिकारियों की कुर्सी पर छात्राओं को बैठा देख फरियादी चौंक गए। अधिकांश अधिकारियों के कार्यालय में अफसर बगल की कुर्सी पर बैठे थे जबकि छात्रा अधिकारी की कुर्सी पर बैठी थीं। मिशन शक्ति के तहत मंगलवार को स्कूली छात्राओं को एक दिन का पुलिस अधिकारी बनाया गया।
मंगलवार को पुलिस आफिस में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध सुशीला इंटर कालेज की 11वीं की छात्रा वंशिका को बनाया गया। उनके कार्यालय में नंदग्राम से आई एक युवती ने अपने भाई पर जमीनी विवाद करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी।
वंशिका ने तत्काल पुलिसकर्मियों को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया। वंशिका ने कहा कि उन्हें पुलिस आफिस में आना अच्छा लगा। उन्होंने पुलिस आफिस का निरीक्षण भी किया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आकाशी को बनाया गया। उन्होंने चालान की स्थित और जुर्माने की बाबत जानकारी ली।
एडीसीपी यातायात महर्षि विद्यापीठ स्कूल की कक्षा 11 की छात्रा दीपांशा शर्मा को बनाया गया। जबकि सहायक पुलिस आयुक्त यातायात प्रथम 11वीं की छात्रा प्रिया यादव को बनाया गया। एसीपी कविनगर सुशीला इंटर कालेज की 11वीं की छात्रा मानवी को बनाया गया।
महर्षि दयानंद स्कूल गोविंदपुरम की कक्षा 9 की छात्रा उर्वशी को सहायक पुलिस आयुक्त नंदग्राम बनाया गया। महर्षि दयानंद स्कूल की ही कक्षा 12 की छात्रा किट्टू कश्यप को सहायक पुलिस आयुक्त वेव सिटी बनाया गया। छात्राओं को उनके स्कूलों से पुलिस सुरक्षा में लाया गया और उन्हें एक दिन का पुलिस अधिकारी बनाया गया। छात्राओं ने कार्यालय में घूमकर पुलिस की कार्यप्रणाली को जाना।
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