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    गाजियाबाद में सेवानिवृत्त दारोगा के खाते से निकाले 7.50 लाख रुपये, पासबुक अपडेट कराने पर हुआ खुलासा

    By Jagran NewsEdited By: Nitin Yadav
    Updated: Sun, 17 Sep 2023 01:08 PM (IST)

    Ghaziabad Crime सेवानिवृत्त दारोगा के खाते से जालसाजी कर 7.50 लाख रुपये निकाल लिए गए। ट्रांजेक्शन जून 2019 में चेक के जरिए हुआ था जिसका उन्हें बैंक की ओर से कोई संदेश नहीं मिला। अगस्त 2023 में पासबुक अपडेट कराई तो इस बारे में पता चला। बैंक कर्मी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। रुपये पुराने चेक से निकाले गए हैं।

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    गाजियाबाद में सेवानिवृत्त दारोगा के खाते से निकाले 7.50 लाख रुपये।

    गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सेवानिवृत्त दारोगा के खाते से जालसाजी कर 7.50 लाख रुपये निकाल लिए गए। ट्रांजेक्शन जून 2019 में चेक के जरिए हुआ था, जिसका उन्हें बैंक की ओर से कोई संदेश नहीं मिला। अगस्त 2023 में पासबुक अपडेट कराई तो इस बारे में पता चला।

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    उनकी शिकायत पर नगर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आगरा की प्रोफेसर कॉलोनी में रहने वाले शिशुपाल सिंह ने बताया कि 1985 में वह गाजियाबाद में रहते थे और यहां नवयुग मार्केट स्थित इलाहाबाद बैंक की शाखा में खाता खुलवाया था।

    कोटक महिंद्रा बैंक में ट्रांसफर हुए हैं रुपये: शिकायतकर्ता

    पुलिस में चयन होने के बाद वह यहां से चले गए। 2017 में सेवानिवृत्ति के बाद आगरा में रहने लगे। इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय होने के कारण पिछले माह गाजियाबाद किसी काम से आए तो पासबुक अपडेट कराई। इसमें तीन जून 2019 को 7.50 लाख रुपये चेक के जरिए आलोक कुमार के कोटक महिंद्रा बैंक खाते में ट्रांसफर होने की जानकारी मिली।

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    चेक क्लोन कर किया फर्जीवाड़ा

    शिशुपाल का कहना है कि उन्हें इस संबंध में कोई संदेश नहीं मिला था। बैंक कर्मी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। रुपये पुराने चेक से निकाले गए हैं। इस भुगतान से कुछ समय पहले उन्होंने दो बार चेक से पैसे निकाले थे। आशंका है कि चेक क्लोन कर फर्जीवाड़ा किया गया है, क्योंकि जिस चेक का इस्तेमाल भुगतान के लिए हुआ उस पर उनके हस्ताक्षर में भी ओवर राइटिंग है। बावजूद इसके भुगतान कर दिया गया है।

    एसीपी कोतवाली निमिष पाटील ने बताया कि बैंक खाते की डिटेल्स खंगाल रहे हैं। आरोपित को ट्रेस कर आगे की कार्रवाई करेंगे।

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