Ghaziabad News: चिपयाना में सीमा पर लगेंगे CCTV कैमरे, ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाओं पर लगेगी लगाम
गाजियाबाद के चिपयाना में ट्रेन पर पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए आरपीएफ ने सीमा पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। अक्सर सीमा विवाद में उलझने वाली आरपीएफ अब कैमरों की मदद से दोषियों की पहचान करेगी। त्योहारों के मौसम में पथराव की घटनाओं को देखते हुए आरपीएफ ने गश्त भी बढ़ा दी है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। चिपायाना के पास ट्रेन पर पत्थरबाजी होने पर आरपीएफ अमूमन सीमा विवाद में उलझ जाती है। मुरादाबाद मंडल और दिल्ली मंडल की आरपीएफ एक दूसरे की सीमा में पत्थरबाजी होना बताकर जिम्मेदारी से बच जाती है। जबकि इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है।
ऐसे में गाजियाबाद आरपीएफ ने चिपयाना में सीमा पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए आरपीएफ ने रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। छठ पूजा और दिवाली से पहले ट्रेन फुल हो जाती हैं।
इसी दौरान ही ट्रेनों में पत्थरबाजी की घटनाएं अधिक होती हैं। पूर्व में जब भी चिपयाना के पास पत्थरबाजी की घटना हुई तो मुरादाबाद मंडल की आरपीएफ ने दिल्ली मंडल की आरपीएफ पर जिम्मेदारी डाल दी। इसी तरह दिल्ली मंडल की आरपीएफ करती है। इसका फायदा पत्थरबाजों को मिलता है।
कार्रवाई नहीं होने पर आरोपित बत्थबाजी से बाज नहीं आते हैं। सीमा विवाद की समस्या को खत्म करने के लिए आरपीएफ ने चिपयाना ब्रिज के दोनों ओर सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। यदि कोई पत्थरबाजी की घटना होती है तो सीसीटीवी कैमरे चेक किए जाएंगे। इससे पता चलेगा कि पत्थरबाजी किस क्षेत्र में हुई है। आरपीएफ थाना प्रभारी चेतन प्रकाश ने बताया कि चिपयाना सीमा पर दिवाली से पहले कैमरे लगाए जाएंगे।
आरपीएफ ने बढ़ाई गश्त
त्योहार से पहले आरपीएफ ने पत्थरबाजी की घटना को रोकने के लिए गश्त बढ़ा दी है। रेलवे लाइन के आसपास की कालोनी में में रहे लोगों को जागरूक करने केल लिए पर्चे बांटे जा रहे हैं। उसमें पत्थरबाजी करने की सजा और पत्थरबाजी से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा रहा है।
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