89 बार रक्तदान कर चुके एमबी कौशिक जैसे लोग बन रहे प्रेरणा, गाजियाबाद में बढ़ा रक्तदान का जुनून
गाजियाबाद में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। पिछले छह सालों में 9877 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। सरकारी ब्लड बैंक गर्भवती महिलाओं और थैलेसीमिया रोगियों को मुफ्त रक्त दे रहा है। एमबी कौशिक ने 89 बार और अमित त्यागी ने 73 बार रक्तदान किया है। जिले में कई लोग नियमित रूप से रक्तदान कर रहे हैं जिससे जरूरतमंदों की जान बच रही है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। अब इसे जागरूकता का असर कहें या फिर खून के एक एक कतरे की कीमत को समझना लेकिन यह सच है कि रक्तदान करने वालों लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है। सामान्य व्यक्ति से लेकर चिकित्सक, इंजीनियर, अधिकारी और जनप्रतिनिधि तक स्वेच्छा से रक्दान कर रहे हैं।
जिला ब्लड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह साल में 9877 लोगों ने स्वेच्छा से रक्दान किया है। इतना ही नहीं खून खरीदने की जगह 10044 लोगों ने रक्त देकर ब्लड बैंक से मरीज के ग्रुप का ब्लड लिया है। सरकारी ब्लड बैंक प्रसव के दौरान एनीमिक महिलाओं को नि:शुल्क रक्त देकर सुरक्षित प्रसव कराने में भूमिका निभा रहा है। साथ ही, थैलीसीमिया के मरीजों को खून देकर उनकी जान बचा रहा है। रिकाॅर्ड के अनुसार जिले के दस ऐसे लोग भी हैं जो निरंतर रक्तदान करते हुए लोगों की जान बचा रहे हैं।
एमबी कौशिक ने किया 89 बार रक्तदान
वसुंधरा में रहने वाले सेवानिवृत्त अभियंता एमबी कौशिश 19 साल की उम्र से रक्तदान कर रहे हैं। अभियंता दिवस पर 15 सितंबर को उन्होंने 89 वी बार स्वेच्छा से रक्तदान किया है। दादी के बीमार होने पर खून न मिलने और फिर दादी के चले जाने के बाद से वह लगातार रक्तदान कर रहे हैं। पहली बार खुर्जा में सड़क हादसे में घायल अंजान की जान बचाने को रक्तदान किया था। अब तक समय पर खून देकर 20 से अधिक लोगों की जान बचा चुके हैं।
46 साल की उम्र में 73 बार किया रक्तदान
दुहाई के रहने वाले 46 साल के अमित त्यागी अब तक 73 बार रक्तदान कर चुके हैं। इसके अलावा जब भी उनके पास सरकारी या प्राइवेट अस्पताल से किसी की काल जाती है तो तुरंत पहुंचकर मरीज की जान बचाने को रक्तदान करने में पीछे नहीं हटते हैं। इनके अलावा जिले के विकास जैन,राकेश कुमार, सौरभ जायसवाल,विकास हिंदू,जितेन्द्र कसाना,अजय त्यागी और डीके गौतम जैसे लोग निरंतर रक्तदान कर रहे हैं।
वर्ष | ब्लड बैंक में कुल रक्त संग्रह | शिविर में संग्रह रक्त | दिया गया रक्त |
2019-20 | 2343 | 1900 | 4141 |
2020-21 | 1749 | 1397 | 2746 |
2021-22 | 2223 | 1745 | 3817 |
2022-23 | 2590 | 1748 | 4068 |
2023-24 | 2427 | 1417 | 3935 |
2024-25 | 2994 | 1670 | 4226 |
वर्तमान उपलब्ध रक्त का विवरण
ब्ल्ड ग्रुप | उपलब्धता | ||
ए पाॅजिटिव | 36 | ||
बी पाॅजिटिव | 234 | ||
ओ पाॅजिटिव | 147 | ||
एबी पाॅजिटिव | 29 | ||
ए निगेटिव | 0 | ||
बी नेगेटिव | 12 | ||
ओ निगेटिव | 6 | ||
एबी निगेटिव | 3 |
"रक्त बैंक में रोज स्वेच्छा से लोग रक्तदान करने पहुंचते हैं। कुछ चिकित्सक की परामर्श पर भी रक्तदान कर रहे हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के समय तीन यूनिट तक का रक्त निश्शुल्क दिया जाता है। थैलीसीमिया के मरीजों को भी नि:शुल्क रक्त दिया जाता है। बदले में रक्त देने का प्रयास किया जाता है। यदि किसी के पास डोनर नहीं है और खून की सख्त जरूरत है तो उसे खून नि:शुल्क दिया जाता है।"
-डाॅ. राकेश कुमार सिंह, सीएमएस जिला एमएमजी अस्पताल
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